दिल्ली-एनसीआर की हवा हुई जहरीली, सांस लेने में लोगों को हो रही तकलीफ, आसमान धुंध व धुएं की चादर में लिपटा
नई दिल्ली दिल्ली-एनसीआर की हवा हुई जहरीली, सांस लेने में लोगों को हो रही तकलीफ, आसमान धुंध व धुएं की चादर में लिपटा
- दिल्ली में सुबह की हवा काफी खराब श्रेणी में दर्ज की गई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली होती जा रही है। आसमान धुंध व धुएं की चपेट में लिपटा हुआ है। प्रदूषण इस कदर बढ़ा हुआ है कि सूरज की किरणें भी उसके धुंध को नहीं पार कर पा रही हैं। दिल्ली में सुबह की हवा काफी खराब श्रेणी में दर्ज की गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक हवा की धीमी गति और पराली जलाने में वृद्धि, खासतौर से पंजाब में, इसे "गंभीर" श्रेणी में पहुंचा सकती है।
प्रदूषण स्तर बिगड़ने पर आवश्यक निर्देश
दिल्ली की हवा दिन प्रतिदिन विषैली होती जा रही है। प्रदूषण का स्तर बिगड़ने के साथ केंद्र के वायु गुणवत्ता पैनल ने शनिवार को अधिकारियों को दिल्ली-एनसीआर में निर्माण और ध्वस्तीकरण कार्यों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। हालांकि, आवश्यक परियोजनाओं को शामिल नहीं किया गया है। साथ ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के तीसरे चरण के तहत अन्य प्रतिबंध भी लागू किए जाएंगे। दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह नौ बजे 367 रहा।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को 24 घंटे के भीतर का एक्यूआई 397 था, जनवरी के बाद सबसे खराब माना जा रहा है। गुरूवार को भी एक्यूआई 354 दर्ज किया गया, बुधवार को 271 व मंगलवार को 302 तथा सोमवार को दिवाली पर्व पर 312 दर्ज किया गया था। वैसे प्रदूषण के मामले में दिल्ली का सबसे प्रदूषित शहर आनंद विहार रहा, जहां का एक्सआई 468 पाया गया। वजीरपुर का 212, विवेक विहार का 423 व जहांगीरपुरी का 407 था। जहांगीरपुरी उन निगरानी स्टेशनों में शामिल रहा, जहां की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई थी।
भारतीय मौसम विभाग के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वी के सोनी ने बताया कि प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के बीच शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में धुंध की एक परत बनी हुई थी। उन्होंने ने इस बात की आशंका जताई कि दो और दिनों तक इसके बने रहने की संभावना है। हालांकि, मंगलवार को इससे राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अधिकारी का कहना है कि दिल्ली में पराली जलाने की वजह से प्रदूषण बढ़कर 21 फीसदी हो गया है। जो इस साल का सबसे अधिक माना जा रहा है।