दिल्ली-एनसीआर का घुट रहा दम, नोएडा- गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ा, मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 पार
उत्तर भारत में हवा हुई खतरनाक दिल्ली-एनसीआर का घुट रहा दम, नोएडा- गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ा, मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 पार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों की दस्तक के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर के इलाकों में प्रदूषण बढ़ने लगा है। दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के कई शहरों में वायु गुणवत्ता बहुत खराब स्थिति की श्रेणी में पहुंच गई है।
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान शुरू करने जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अपील करते हुए कहा है कि हम सबको एक साथ मिलकर प्रदूषण को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे। 18 अक्टूबर से यह अभियान अधिकारिक रूप से शुरू किया जा रहा है । भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ने के पीछे इन इलाकों में पराली अधिक जलाया जाना है, जिससे लगातार वायु गुणवत्ता में कमी आती है।
दिल्ली से सटे इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के ऊपर पहुंच गया है, जबकि यूपी के मेरठ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 से भी ऊपर है। जो खतरनाक श्रेणी के अंतर्गत आता है। नॉर्थ सेंट्रल रीजन में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण चिंता का विषय है।
देश के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अधिकतर दिल्ली एनसीआर और उससे सटे इलाके आते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में एक्यूआई 244 रहा जबकि वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में अंकित है। वहीं बल्लभगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक 271 और फरीदाबाद का एक्युआई लगभग 250 है, जो मध्यम श्रेणी में दर्ज है।