दिल्ली अग्निकांड: मौत से पहले कई लोगों ने दोस्त और परिवार को फोन पर कहा था अलविदा
दिल्ली अग्निकांड: मौत से पहले कई लोगों ने दोस्त और परिवार को फोन पर कहा था अलविदा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में रविवार सुबह लगी भीषण आग में 43 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि चार मंजिला इस इमारत में आग की लपटों से घिरे कई लोगों ने अपनी मौत का अंदाजा हो गया था। लेकिन वे कुछ नहीं कर सकते थे और ऐसे में उन्होंने अपने-अपने घरों और दोस्तों को फोन लगाकर इस घटना की जानकारी दी और दुनिया से अलविदा कहने से पहले, अपना ध्यान रखने को कहा।
घटना के समय सोए हुए थे लोग
बताया जा रहा है कि घटना के समय फैक्ट्री में लोग सोए हुए थे। इस हादसे में ज्यादातर लोगों की मौत धुंए के कारण दम घुटने से हुई। इस बीच जब कई लोगों को इस बात का अहसास हुआ कि वे अब मौत के करीब हैं तो उन्होंने अपने परिजनों से बात करना जरुरी समझा और अपनी मां, पिता और दोस्तों से फोन पर बात कर अलविदा कहा...
गर्भवती पत्नी को लगाया आखिरी फोन
इमारत में लगी इस आग और इससे उठे धुएं को देख जब कहीं से बाहर निकले का रास्ता नजर नहीं आया तो इस घटना में शाकिर हुसैन ने अपनी गर्भवती पत्नी को फोन लगाया। उन्होंने पत्नी को बताया कि इमारत में आग लग गई है और उनके कई साथी मर चुके हैं। मैं भी ठीक से सांस नहीं ले पा रहा हूं और अब लगता है कि जिंदा बचना मुश्किल है। बच्चों का ध्यान रखना... और इसके बाद फोन कट हो गया।
दोस्त से कहा परिवार का ध्यान रखना
वहीं मुशर्रफ नाम के एक अन्य युवक ने अपने दोस्त को फोन करइमारत में आग लगने की बात कही। मुशर्रफ ने कहा कि आग और धुएं के बीच उसे बचने की अब कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। मुशर्रफ ने अपने दोस्त से कहा, मैं आग और धुएं के बीच घिर गया हूं, मेरे दोस्त मेरे परिवार और बच्चों को ध्यान रखना। अभी इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताना, इसके बाद मुशर्रफ ने कहा कि उससे सांस नहीं ली जा रही है और उसकी आवाज आना बंद हो गई।
मुशर्रफ की इस बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। जिसमें उसे साफ तौर पर अपने दोस्त मोनू से बात करते सुना जा सकता है। मुशर्रफ ने मोनू से कहा, "मोनू भैया आज मैं खत्म होने वाला हूं, बिल्डिंग में आग लग गई है... आ जइयो करोलबाग... टाइम कम है और भागने का कोई रास्ता नहीं है... जब मोनू ने पूछा कि आग कैसे लगी? इस पर मुशर्रफ ने कहा, पता नहीं कैसे आग लग गई, अब कुछ नहीं हो सकता है... खत्म हुआ भैया मैं तो...घर का ध्यान रखना, अब तो सांस भी नहीं ली जा रही....