BJP ने राहुल को बताया ‘राजनीतिक गिद्ध’, कहा- मौके का फायदा उठाते हैं
BJP ने राहुल को बताया ‘राजनीतिक गिद्ध’, कहा- मौके का फायदा उठाते हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार 2 अप्रैल को हुई दलित आंदोलन की हिंसा में अब तक करीब 14 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हिंसा की यह भयानक आग सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के फैसले के बाद दलित आंदोलन के दौरान फैली थी। इस दौरान कई राजनीतिक पार्टियों ने शांति की अपील भी की। साथ ही पूरा विपक्ष एकजुट हो गया था। मगर इसी दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी पर दलितों के शोषण का आरोप लगा दिया। इसी का जवाब देते हुए बीजेपी ने मंगलवार को जवाब देते हुए राहुल गांधी को ‘राजनीतिक गिद्ध’ बता दिया। बीजेपी ने कहा कि राहुल मौके का फायदा उठाने वाले ‘राजनीतिक गिद्ध’ हैं।
केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जमकर लताड़ा। मेघवाल ने राहुल को पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों के DNA पर हमला करने का आरोपी बताया। उन्होंने कहा कि मोदी पिछड़े वर्ग से आते हैं और कांग्रेस नेता को यह बात हजम नहीं हो रही है।
इतना ही कम नहीं था कि दूसरी तरफ बीजेपी के महासचिव भूपेंद्र यादव ने भी राहुल गांधी को ‘राजनीतिक गिद्ध’ कह दिया। भूपेंद्र यादव ने कहा कि जैसे ही कहीं कुछ मतभेद होता है, हमारे राजनीतिक गिद्ध तुरंत राजनीतिक फायदा उठाने के लिए आ जाते हैं। हम राहुल गांधी से कुछ बेहतर की उम्मीद नहीं कर सकते। उन्होंने और उनकी पार्टी ने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए उनका शोषण किया।
गौरतलब है कि रविवार को दलितों के भारत बंद से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। राहुल ने कहा था कि दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना आरएसएस और बीजेपी के DNA में है। इसी के साथ दलितों के समूह और विपक्ष की कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर दलितों के हित के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी के इन्हीं आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि DNA के बारे में बोलना है, तो राष्ट्र को याद दिलाना जरूरी है कि राहुल गांधी का DNA क्या है? बाबा साहेब का बार बार अपमान करना। कांग्रेस द्वारा एक बार नहीं, बल्कि बाबासाहेब की हार दो बार सुनिश्चित की गई। बाबासाहेब को भारत रत्न नहीं दिया गया और संसद में भी बाबासाहेब की तस्वीर को जगह नहीं दी गई।