पुरी की ओर तेजी से बढ़ रहा 'फोनी', 1999 में गई थी 10,000 जानें
पुरी की ओर तेजी से बढ़ रहा 'फोनी', 1999 में गई थी 10,000 जानें
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। प्रचंड तूफान का रुप ले चुका चक्रवात फोनी लगभग 205 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ कल ओडिशा में तटीय इलाकों पर अपनी दस्तक देगा। फोनी कल (शुक्रवार) को सुबह 10 से 11 बजे ओडिशा तट से टकराएगा। तूफान से होने वाले खतरे के मद्देनजर सुरक्षाबलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश ने तूफान के कल तक पुरी पहुंचने के संकेत दे दिए हैं। मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि फिलहाल चक्रवात "फोनी" पुरी (ओडिशा) के 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और विशाखापत्तनम (आंध्रप्रदेश) के 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा त्रिणकोमली के 660 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व (श्रीलंका) में है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के तटीय इलाके को खाली करने का सुझाव दिया है। मौसम विभाग की ओर से मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने को कहा गया है। खासकर 2 से 4 मई के बीच, क्योंकि इस समय समुद्र में बहुत अधिक खतरनाक होने की आशंका है। तूफान की गति को देखते हुए 8 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 880 राहत शिविर बनाने के साथ ही सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। गंजाम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर और कटक में भारी बारिश की संभावना के चलते ईस्ट कोस्टर्न रेलवे ने अब तक 103 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। साथ ही ओडिशा 11 जिलों में आचार संहिता हटा दी गई है।
मौसम विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि "फोनी" 6 किमी/घंटे की रफ्तार से ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है। ज्वाइंट टाईफून वॉर्निंग सेंटर (जेडब्ल्यूटीसी) के मुताबिक फैनी तूफान अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात साबित हो सकता है। ओडिशा में 1999 में आए सुपर साइक्लोन चक्रवात से करीब 10 हजार लोग मारे गए थे। साथ ही 2 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। क्षेत्रीय मौसम विभाग के ओडिशा में 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 की गर्मियों में भी तूफान आए थे, लेकिन इस बार का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के गर्म होने से बना है। लिहाजा यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
ओडिशा राज्य सरकार ने किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए नेवी, एयरफोर्स और कोस्टगार्ड को हाईअलर्ट पर रखा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स को खतरे वाले इलाकों में तैनात किया गया है। अकेले भुवनेश्वर में दमकल की 50 टीमें तैनात की गई हैं। एक टीम में 6 सदस्य हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थानीय अधिकारियों से कहा है वे लोगों को मुफ्त खाना देने की व्यवस्था रखें।स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बीपी सेठी ने चेतावनी दी है कि तूफान के टकराने के दौरान उच्च ज्वार (1.5 मीटर तक) आ सकता है। लिहाजा लोग सावधानी बरतें। 15 मई तक डॉक्टरों और स्वास्थ्य अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पुलिस प्रमुख आरपी शर्मा ने बताया कि सभी पुलिस अफसरों की भी छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं।