केंद्र ने कहा- देश में कोविड-19 की स्थिति अब स्थिर, लेकिन कुछ राज्यों के R नंबर में वृद्धि चिंता का विषय
Coronavirus केंद्र ने कहा- देश में कोविड-19 की स्थिति अब स्थिर, लेकिन कुछ राज्यों के R नंबर में वृद्धि चिंता का विषय
- देश में कोविड-19 की स्थिति अब स्थिर
- 5 राज्यों में आर-नंबर 1 से ऊपर
- कुछ राज्यों में रिप्रोडक्टिव नंबर में वृद्धि चिंता का विषय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोविड-19 की स्थिति अब स्थिर हो गई है, लेकिन कुछ राज्यों में रिप्रोडक्टिव नंबर में वृद्धि चिंता का विषय बनी हुई है। केंद्र ने मंगलवार के ये बात कही। केंद्र ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में आर-नंबर 1 से ऊपर है। आर-नंबर से पता चलता है कि महामारी कितनी तेजी से फैल रही है। एक व्यक्ति कितने लोगों को संक्रमित कर सकता है।
पिछले हफ्ते, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आर-नंबर 1 से ऊपर पहुंच गई है। इनमें हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर (1.4), लक्षद्वीप (1.3), तमिलनाडु, मिजोरम, कर्नाटक (1.2), केरल और पुडुचेरी (1.1) शामिल थे। आर-नंबर के एक होने का मतलब है कि प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति औसतन एक और व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, 1 से अधिक आर नंबर होने का मतलब है कि महामारी तेजी से फैलेगी।
सरकार ने आगे कहा कि 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 44 जिले अभी भी वीकली पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से अधिक रिपोर्ट कर रहे हैं। पिछले दो हफ्तों में, केरल और तमिलनाडु सहित नौ राज्यों के 37 जिलों में दैनिक मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। केरल की स्थिति अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि राज्य ने पिछले सात दिनों में देश में दर्ज कुल कोविड मामलों में 51.51 प्रतिशत का योगदान दिया है।
टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट रणनीति को कैसे लागू किया जा रहा है, यह देखने के लिए एक केंद्रीय टीम को केरल भेजा गया था। एनसीडीसी के डायरेक्टर डॉ एसके सिंह ने कहा कि टीम को जिन अन्य चीजों की देखरेख का काम सौंपा गया था, वे हैं कंटेनमेंट जोन का सर्विलांस, अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर और टीकाकरण की प्रगति। उन्होंने ये भी कहा, कि केरल के कुछ जिलों, जैसे मलप्पुरम, कोझीकोड और पठानमथिट्टा में, पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है। साथ ही, अन्य राज्यों की तरह, 80 प्रतिशत मामले डेल्टा वैरिएंट के है।
सरकार ने यह भी कहा कि 9 अगस्त तक महाराष्ट्र में 34 सहित देश भर में 86 सैंपलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता चला है। सिंह ने कहा कि हम जिन वैरिएंट्स ऑफ कंसर्न की मॉनिटरिंग कर रहे हैं वे हैं अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस।