निठारी सीरीज ऑफ केसेज: 9 वें मामले में मोनिंदर सिंह और सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा
निठारी सीरीज ऑफ केसेज: 9 वें मामले में मोनिंदर सिंह और सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड के 9वें मामले में कोर्ट नें आरोपी मोनिंदर सिंह और सुरेन्द्र सिंह कोली को फांसी की सजा सुनाई है। अदालत ने मोनिंदर सिंह पंधेर और नौकर सुरेंद्र कोली को 376, 302 जैसी अन्य कई धाराओं के तहत दोषी करार दिया है। गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने निठारी कांड के इस मामले में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेन्द्र कोली को दोषी करार देते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था।
नौकरानी अंजली की हत्या मामले में सजा
वर्ष 2007 से निठारी का यह मामला कोर्ट में चल रहा था। मनिंदर सिंह पंढेर के घर में काम करने वाली नौकरानी अंजली अचानक गायब हो गई थी और उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जांच में मनिंदर के घर से खून से सने कपड़े और खोपड़ी बरामद हुई थी। फॉरेंसिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि ये कपड़े और खोपड़ी अंजली की की ही है.
नौ मामलों में हो चुकी है फांसी की सजा
निठारी कांड में सीबीआई ने कुल मिलाकर 16 मामले दर्ज किए है। जिनमे से 8 मामलों में नौकर सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी थी। वहीं 9वें मामले में भी सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा सुना दी गई। इससे पहले सीबीआई के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी की अदालत में बुधवार को डासना जेल में सजा काट रहा सुरेंद्र कोली पेश हुआ। अंतिम बहस में उसने पांच मिनट तक सीबीआई जांच पर उंगली उठाई। इसके साथ ही अदालत में कोली की बहस पूरी हो गई।
मिले थे 19 बच्चे और महिलाओं के शव
निठारी मामले का खुलासा साल 2006 में हुआ था, जब पुलिस ने इलाके में लागातर आर रहे बच्चों के गुमशुदगी के मामलों की जांच के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस ऑपरेशन में पुलिस को नोएडा के निठारी में एक कोठी से पीछे नाले में 19 बच्चे और महिलाओं के शव मिले थे। इसके बाद पूरे निठारी मामले का खुलासा हुआ था, जिसमें 15 से ज्यादा बच्चियों और लड़कियों का रेप किया गया था। रेप के बाद उन्हें मारकर पंढेर के घर में दफन कर दिया गया था।