हरियाणा चुनाव : कांग्रेस मानसेर से शुरू करेगी प्रचार अभियान, बेरोजगारी का मुद्दा बनेगा हथियार

हरियाणा चुनाव : कांग्रेस मानसेर से शुरू करेगी प्रचार अभियान, बेरोजगारी का मुद्दा बनेगा हथियार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-26 09:59 GMT
हरियाणा चुनाव : कांग्रेस मानसेर से शुरू करेगी प्रचार अभियान, बेरोजगारी का मुद्दा बनेगा हथियार
हाईलाइट
  • 27 सितंबर से शुरू कांग्रेस का प्रचार अभियान
  • हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव

डिजिटल डेस्क, पानीपत। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। अक्टूबर में होने जाने रहे चुनाव के लिए कांग्रेस 27 सितंबर से अपना प्रचार अभियान शुरू करेगी। कांग्रेस इस बार चुनाव में बेरोजगारी का मुद्दा अपना हथियार बना रही है। इस लिए कांग्रेस प्रचार अभियान की शुरुआत भी मानेसर से कर रही है। बता दें मानेसर में मारुति का प्लांट में हाल में कई लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है। गौरतलब है कि राज्य में 21 अक्टूबर को चुनाव है। 

मानसेर से प्रचार अभियान शुरू

कांग्रेस ने 25 सितंबर को दिल्ली में बैठक के दौरान प्रचार अभियान की शुरुवात मानेसर से करने का फैसला किया। मानेसर में मारुति कार का प्लांट है, जहां पहले तीन शिफ्ट में काम होता था। आर्थिक मंदी की वजह से अब वहां एक शिफ्ट में काम हो रहा है। जिस कारण कई लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। कांग्रेस अर्थव्यवस्था की खराब हालात और इससे बढ़ती बेरोजगारी को अपनी हथियार बनाकर चुनावी मैदान में उतर रही है। कांग्रेस पार्टी लगातार अर्थव्यवस्था पर भाजपा पर हमला कर रही है। 

कांग्रेस में गुटबाजी जारी

चुनाव अभियान के नजदीक आने को है लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी खत्म नहीं हुई है। अशोक तंवर से अध्यक्ष पद लेने के बाद वह बैठकों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। पार्टी 90 में से सिर्फ 15 सीटों पर कब्जा कर पाई थी। 

सुमेधा भारद्वाज बनी महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष

इधर सुमेधा भारद्वाज को प्रदेश महिला कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है। इससे पहले अध्यक्ष सुमित्र चौहान थीं। जिन्होंने हाल ही में भाजपा का दामन थाम लिया। जिसके बाद अध्यक्ष पद खाली था। 

टिकट के लिए कांग्रेस ने तय किए मानक

वहीं कांग्रेस नें चुनाव में टिकट उम्मीदवारों को लिए 10 बिंदुओं के मानक जारी किए हैं। जो उम्मीदवार खादी पहनता हो, शराब नहीं पीता हो, गांधीवादी जीवन पद्धति का पालन करता हो, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों में विश्वास करता हो, जाति-धर्म या पंथ के आधार पर निजी या सार्वजनिक जीवन में भेदभाव नहीं करता है। ऐसे उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जाएगा। 

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