धमकी: कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर बवाल, कांग्रेस बोली- बेटा बल्लामार,बाप आगबाज
धमकी: कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर बवाल, कांग्रेस बोली- बेटा बल्लामार,बाप आगबाज
- अब शिवराज का सर्कस नहीं
- कमलनाथ की सरकार है - कांग्रेस
- भाजपा के कार्यकर्ताओं पर अगर कार्रवाई की जाएगी तो विरोध करेंगे- विजयवर्गीय
- समय रहते प्रतिकार नहीं किया तो कमलनाथ राज्य को पश्चिम बंगाल बना देंगे- हितेश वाजपेयी
डिजिटल डेस्क, इंदौर। भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने एक बयान के बाद निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने इंदौर के आयुक्त से मुलाकात न होने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर धमकाया और कथित तौर पर यहां तक कह डाला कि अगर संघ के पदाधिकारी शहर में मौजूद न होते तो वह आग लगा देते। विजयवर्गीय का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अब इस बयान पर कांग्रेस सरकार हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने ट्वीट कर विजयवर्गीय को आढ़े हाथों लिया है।
अब शिवराज का सर्कस नहीं
एमपी कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय का वीडियो ट्वीट कर लिखा कि, बेटा बल्लामार-बाप आगबाज। सुनिये इंदौर में माफियाओं पर जारी कार्रवाई से तिलमिलाये भाजपा के महासचिव इंदौर शहर को आग लगाने की धमकी देते हुए। पश्चिम बंगाल का अनुभव सर चढ़कर बोल रहा है। कैलाश जी, किसी मुगालते में मत रहना, अब शिवराज का सर्कस नहीं, कमलनाथ की सरकार है।
बेटा बल्लामार- बाप आगबाज..!
— MP Congress (@INCMP) January 3, 2020
सुनिये ! इंदौर में माफियाओं पर जारी कार्रवाई से तिलमिलाये भाजपा के महासचिव इंदौर शहर को आग लगाने की धमकी देते हुये..!
—पश्चिम बंगाल का अनुभव सर चढ़कर बोल रहा है..?
कैलाश जी,
किसी मुग़ालते में मत रहना,
अब शिवराज का सर्कस नही, कमलनाथ की सरकार है। pic.twitter.com/b41aS3nK71
अधिकारियों के साथ बैठक करना चाहते थे विजयवर्गीय
दरअसल, शहर की समस्याओं को लेकर अधिकारियों के साथ कैलाश विजयवर्गीय शुक्रवार को बैठक करना चाहते थे। इसके लिए भाजपा जिलाध्यक्ष के माध्यम से अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया था। इस बैठक में हिस्सा लेने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो विजयवर्गीय आक्रोशित हो गए। उसके बाद वह आयुक्त आकाश त्रिपाठी के आवास के सामने पहुंचकर धरने पर बैठ गए। उनके साथ सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य भाजपा नेता भी मौजूद थे। धरना और संभागायुक्त त्रिपाठी से मुलाकात के मुद्दे पर विजयवर्गीय की पुलिस अधिकारियों से तीखी नोक-झोक हुई। इस नोक-झोक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में विजयवर्गीय कह रहे हैं, यह चिट्ठी लिखी है कि हम मिलना चाहते हैं। उन्हें यह भी सूचना नहीं दोगे कि हम आए हैं। यह बर्दाश्त नहीं करेंगे अब। हमारे संघ के पदाधिकारी हैं, नहीं तो आज आग लगा देते हम इंदौर में। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सहित अन्य पदाधिकारी इंदौर में हैं।
अवैध निर्माण कार्यवाही पर उठाए सवाल
विजयवर्गीय ने कमलनाथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे माफिया विरोधी अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि इंदौर में कांग्रेस के 167 ऐसे कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की गई है। जिन्होंने अवैध तरीके से निर्माण कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि माफियाओं के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को राजनीतिक रंग देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। अब आगे भाजपा के कार्यकर्ताओं पर अगर कार्रवाई की जाएगी तो हम उसका प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे।
हितेश वाजपेयी ने किया विजयवर्गीय के बयान का समर्थन
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और खाद्य आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हितेश वाजपेयी ने विजयवर्गीय के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री कमलनाथ जिस तरह से राज्य की राजनीति को हिंसा की तरफ ले जा रहे हैं, शासकीय नियमों का दुरुपयोग करते हुए और साथ ही एक के बाद एक भाजपा के कार्यकर्ताओं को टरगेट कर रहे हैं, वह बेहद अनुचित है। मैं कैलाश विजयवर्गीय के इस रुख का समर्थन करता हूं। डॉ. वाजपेयी ने आगे कहा, "राज्य में समय रहते प्रतिकार नहीं किया गया तो कमलनाथ राज्य को पश्चिम बंगाल बनाने में देर नहीं करेंगे। वह ममता बनर्जी द्वारा बताए गए हिंसक राजनीति के मार्ग पर अग्रसर हैं।"