राजधानी दिल्ली में शिमला से ज्यादा ठंडक, 6 डिग्री तक लुढ़का पारा, मध्यप्रदेश में जनवरी से पड़ेगी कंपाने वाली ठंड
मौसम अलर्ट राजधानी दिल्ली में शिमला से ज्यादा ठंडक, 6 डिग्री तक लुढ़का पारा, मध्यप्रदेश में जनवरी से पड़ेगी कंपाने वाली ठंड
- मध्यप्रदेश में जनवरी से लुढ़केगा पारा
- बारिश और ओले गिरने की संभावना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश की राजधानी दिल्ली में ठंड ने अपना असर दिखाने की शुरूआत कर दी है। यहां का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास पहुंच गया है जो कि सामान्य तापमान से 2 डिग्री तक कम है। वहीं आधा दिसंबर बीत जाने के बाद भी मध्यप्रदेश में ठंड नहीं पड़ रही है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, इस महीने प्रदेश में ठंड पड़ने के कोई आसार नहीं हैं।
दिल्ली में शिमला से ज्यादा ठंडक
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्ली में शिमला से भी ज्यादा ठंडक है। शिमला में जहां न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है वहीं दिल्ली का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। हालांकि दोनों स्थानों के अधिकतम तापमान की तुलना में दिल्ली आगे है जहां शिमला का अधिकतम तापमान 17 से 18 बीच पहुंच रहा है वहीं दिल्ली का 25 डिग्री के आसपास पहुंच रहा है।
मध्यप्रदेश में जनवरी से लुढ़केगा पारा, बारिश और ओले गिरने की संभावना
मध्यप्रदेश को अभी कड़ाके की ठंड पड़ने के लिए करीब 1 माह का इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश में जनवरी-फरवरी से कड़ाके की ठंड पड़ेगी। प्रदेश में केवल मैंडूस चक्रवाती तूफान के समय ही एक-दो दिन के लिए ठंडी पड़ी थी तब तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक आ गया था।
अभी आधा दिसंबर का महीना बीत चुका है लेकिन अभी तक वैसी ठंड नहीं पड़ी जैसी पड़नी चाहिए थी। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि इस महीने ठंडी पड़ने के आसार नहीं हैं। जनवरी-फरवरी से कंपाने वाली ठंड पड़ेगी। इसके साथ ही विशेषज्ञों ने इस दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना भी जताई है।
इन स्थानों पर पड़ेगी कड़ाके ठंड
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि दिसंबर महीने के अंतिम दिनों से ही प्रदेश के कुछ इलाकों में अच्छी ठंड पड़ने लगेगी। उन्होंने बताया कि शहडोल, रीवा, इंदौर और चंबल-ग्वालियर संभाग के जिलों में इस बार न्यूनतम तापमान में अपेक्षाकृत ज्यादा कमी रहेगी। इन स्थानों का तापमान रात के समय औसत रूप से 1 से 2 डिग्री तक कम रहेगा, जिसके कारण शीतलहर भी चल सकती है।