बिहार : पीड़ा बताना बना 'गुनाह', बच्चों की मौत पर प्रदर्शन करने वाले 39 लोगों पर FIR

बिहार : पीड़ा बताना बना 'गुनाह', बच्चों की मौत पर प्रदर्शन करने वाले 39 लोगों पर FIR

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-25 12:16 GMT
बिहार : पीड़ा बताना बना 'गुनाह', बच्चों की मौत पर प्रदर्शन करने वाले 39 लोगों पर FIR
हाईलाइट
  • अब तक हो चुकी है 150 से ज्यादा बच्चों की मौत
  • पानी की किल्लत से भी परेशान हैं ग्रामीण
  • लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई करने में जुटा प्रशासन

डिजिटल डेस्क, पटना। इंसेफलाइटिस (चमकी) बुखार से बिहार में अब तक 150 से भी ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौत के बाद लोगों में फैल रहे असंतोष को रोकने के लिए प्रशासन ने लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। बिहार पुलिस ने ऐसे 39 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जो इंसेफलाइटिस बुखार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

मामला बिहार के वैशाली के हरिवंशपुर का बताया जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बाद गांव के लोग डरे हुए हैं, जिन 39 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है, उन्होंने गांव छोड़ दिया है, गांव में सिर्फ महिलाएं और बच्चे बचे हैं। पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर वो चमकी बुखार के अलावा पानी की किल्लत के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे।

महिलाओं ने बताया कि उनके बच्चों की मौत हुई है, इसलिए उन्होंने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था, लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया, जिन लोगों ने गांव छोड़ा है, वे अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाने वाले इकलौते शख्श थे।

चमकी बुखार से बच्चों की मौत के 18 दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे थे। श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज में सीएम नीतीश ने मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की थी। गुस्साए लोगों ने अस्पताल के बाहर सीएम के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर वापस जाओं के नारे भी लगाए थे। मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज के बाहर लोगों ने सीएम के दौरे को लेकर विरोध-प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की थी। बच्चों की मौत से बौखलाए परिजनों ने नीतीश मुर्दाबाद, हाय-हाय और नीतीश वापस जाओ के नारे लगाए थे। लोगों का कहना था कि इलाज ठीक से नहीं हो रहा है, हर दिन बच्चों की मौत हो रही है। नीतीश अब क्यों जागे हैं, उन्हें वापस चले जाना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

  

Tags:    

Similar News