आसाराम को रेप केस में मिली उम्रकैद की सजा, सूरत की महिला से किया था दुष्कर्म

आसाराम को उम्रकैद आसाराम को रेप केस में मिली उम्रकैद की सजा, सूरत की महिला से किया था दुष्कर्म

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-31 10:28 GMT
आसाराम को रेप केस में मिली उम्रकैद की सजा, सूरत की महिला से किया था दुष्कर्म
हाईलाइट
  • आठ लोगों के खिलाफ फर्ज हुआ था केस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात में गांधीनगर की एक कोर्ट ने आसाराम बापू को अपनी शिष्या के साथ किए गए दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। इससे पहले इस मामले में सोमवार को दोषी ठहराया था। आसाराम के खिलाफ यह मामला 2013 में दर्ज किया गया था। सत्र न्यायाधीश डी के सोनी ने आसाराम को सजा सुनाई। अदालत ने सबूतों के अभाव में आसाराम की पत्नी लक्ष्मीबेन, बेटी भारती, निर्मला लालवानी, मीरा कलवानी, ध्रुवबेन लालवानी और जावंतीबेन चौधरी को बरी कर दिया। अहमदाबाद के चांदखेड़ा थाने में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, आसाराम ने 2001 से 2006 के बीच महिला से कई बार बलात्कार किया, जब वह शहर के बाहरी इलाके में स्थित उसके आश्रम में रहती थी।

जोधपुर जेल में बंद है आसाराम

लोक अभियोजक आर सी कोडेकर ने सोमवार को कहा, “अदालत ने अभियोजन के मामले को स्वीकार कर लिया और आसाराम को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (2) (सी), 377 (अप्राकृतिक यौनाचार) और अवैध रूप से बंधक बनाने से जुड़ी धारा में दोषी ठहराया।” विवादित बाबा फिलहाल बलात्कार के अन्य मामले में राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद है।

आठ लोगों के खिलाफ फर्ज हुआ था केस

विशेष लोक अभियोजक आर।सी। कोडेकर ने मीडिया को बताया कि पीड़िता ने सूरत पुलिस में मामला दर्ज कराया था, जिसे 2013 में अहमदाबाद पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था। चांदखेड़ा थाना पुलिस ने आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साईं सहित 8 लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें एक या एक से अधिक समूह में बलात्कार, सामान्य इरादे, अप्राकृतिक अपराध, महिलाओं पर आपराधिक बल, गलत तरीके से बंधक बनाना और आपराधिक धमकी देना शामिल है।

सूरत की महिला ने दर्ज कराया था केस

सूरत की रहने वाली एक महिला ने अक्टूबर 2013 में आसाराम और सात अन्य के खिलाफ बलात्कार और अवैध तरीके से कैद रखने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। एक आरोपी की मुकदमा लंबित रहने के दौरान मौत हो गई। जुलाई 2014 में मामले में आरोप पत्र दायर किया गया था।

आसाराम एक अन्य बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद वर्तमान में जोधपुर जेल में है, सूरत की अदालत में नारायण साईं के खिलाफ एक अलग मुकदमा चल रहा है। दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 1997 से 2006 के बीच आसाराम और उनके बेटे द्वारा संचालित मोटेरा आश्रम में उनके साथ बलात्कार किया गया था। छोटी बहन ने नारायण साईं और बड़ी ने आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

Tags:    

Similar News