एबीवीपी ने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता के जीवन की दिशा बदल दी : नितिन गडकरी
दिल्ली एबीवीपी ने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता के जीवन की दिशा बदल दी : नितिन गडकरी
- एबीवीपी ने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता के जीवन की दिशा बदल दी : नितिन गडकरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) में कार्य करने के दौरान उनके जीवन में बड़ा और व्यापक परिवर्तन आया। उनके जैसा सामान्य व्यक्ति आज जो कुछ भी है, वह संगठन में मिले अनुभवों की वजह से है। गडकरी के मुताबिक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शिल्पकार रहे यशवंत राव केलकर के संपर्क में आकर उनके जीवन की दिशा बदली और उन्हें जीवन जीने के तरीके और प्रबंधन की तमाम शिक्षाएं मिलीं, जिसे आज वह हार्वर्ड से लेकर अन्य तमाम संस्थाओं के कार्यक्रमों में बताते हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अखिल भारती विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राज कुमार भाटिया की ओर से संकलित संगठन कौशल नामक पुस्तक का बुधवार को विमोचन करते हुए कहा कि आज बड़े हर्ष की बात है कि यशवंत राव केलकर के विचारों को संकलित करके पुस्तक की रचना की गयी है। मैंने विद्यार्थी परिषद में यशवंत राव के साथ एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है और मेरे जीवन मे जो भी सकारात्मक परिवर्तन आये हैं, वो सभी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने से ही आए है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि राष्ट्र पुनर्निर्माण की इस यात्रा में जल्द हम उस पड़ाव पर होंगे जब कोई युवा अपने आप को पीछे नहीं पाएगा। हमारे संगठन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सामान्य लोगों की असामान्यता पर पूर्ण विश्वास करते है। लोगों को दिशा देने का काम आज विद्यार्थी परिषद कर रही है।
एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, यशवंत राव केलकर को यदि विद्यार्थी परिषद का शिल्पकार कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। आज उनके विचारों से प्रेरित होकर विद्यार्थी परिषद का परिवार रूपी विशाल वटवृक्ष देश भर में विभिन्न आयामों के माध्यम से विद्यार्थियों को दिशा दिखा रहा है। देश भर में 1,09,335 स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी विद्यार्थी परिषद की इस कार्यशैली का प्रतिबिम्ब है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन की विशेषता पर लिखित, संगठन शैली से निर्माण होने वाले कार्यपद्धति का विश्लेषण करने वाली यह पुस्तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार भाटिया ने लिखी है। इस कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अभाविप के बहुत से पूर्व कार्यकर्ता एवं उच्च पदाधिकारी उपस्थित रहे। संगठन कौशल नाम के इस पुस्तक की रचना अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शिल्पकार यशवंत राव केलकर के विचारों को और आगे ले जाते हुए विद्यार्थी परिषद की कार्यपद्धति को समझाने के लिए की गई है। इस पुस्तक में बहुत से लोगों के लेखों का संकलन है जिसे सुरुचि प्रकाशन के द्वारा प्रकाशित किया गया है। लेखों में जाने माने शिक्षाविद एवं देश के बड़े नामों ने अपने लेख इस पुस्तक में लिखें है। कार्यक्रम में आरएसएस के पूर्व सह-सरकार्यवाह मदन दास देवी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
(आईएएनएस)