कोविड का बढ़ता प्रकोप: कोविड का नया वेरिएंट डरा रहा, इंग्लैंड में हर 24 में से 1 शख्स कोरोना पॉजिटिव, भारत में अब तक 26 मामले किए गए दर्ज, विशेषज्ञों की बढ़ी चिंता
- देश में मिले 26 कोरोना के नए वेरिएंट
- सबसे ज्यादा गोवा में किए गए रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना एक बार फिर से डराने लगा है। इसके नए वेरिएंट जेएन.1 का खतरा लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कोरोना के नए सब- वेरिएंट पर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, इस नए वेरिएंट से लोगों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में स्वामीनाथन ने कहा कि नए वेरिएंट 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' है न कि 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न'। लेकिन इसके बावजूद भी लोगों के बीच कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 को लेकर डर सता रहा है।
WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट ने क्या कहा?
WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने आगे बताया कि, लोगों को इस नए वेरिएंट से सतर्क रहने की जरूरत है लेकिन ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है। क्योंकि विशेषज्ञों के पास अभी तक कोई ठोस परमाण नहीं है कि ये वेरिएंट बेहद ही खतरनाक है। उन्होंने आगे कहा कि, फिलहाल पता यह भी नहीं है कि इसकी वजह से ज्यादा निमोनिया या मौत होगी। स्वामीनाथन ने आगे कहा , 'मुझे लगता है कि अभी हमें सामान्य उपाय करने होंगे, जिन्हें हम करते हुए आ रहे हैं। हम ओमिक्रॉन के बारे में जानते हैं और ये सब-वेरिएंट भी उसी का एक हिस्सा है।' ऐसे में आइए कोविड के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 के बारे में 10 बड़ी बातें जानते हैं जो आपके काम की हो सकती हैं।
जेएन.1 की 10 बड़ी बातें
- भारत में अब तक जेएन.1 सब-वेरिएंट के 26 मामले सामने आ चुके हैं। जिसकी वजह से सभी की चिंताएं बढ़ गई हैं। 26 मामलों में 19 केस गोवा में, 4 राजस्थान में और केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र में एक-एक केस रिपोर्ट दर्ज किए गए हैं।
- गोवा में ट्रेस किए गए जेएन.1 सब-वेरिएंट के सभी 19 केस इनएक्टिव मिले हैं। मरीजों से इकट्ठा किए गए सैंपल्स की जब जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, तो इस वेरिएंट के बारे में पता चला।
- गोवा के महामारी विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत सूर्यवंशी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि जेएन.1 वेरिएंट वाले मरीजों में हल्के लक्षण थे और वे अब ठीक हो गए हैं जो बड़ी ही राहत की खबर है।
- राजस्थान के जैसलमेर में 20 दिसंबर को जेएन.1 सब-वेरिएंट से जुड़े हुए दो कोविड केस दर्ज किए गए थे। जयपुर में 21 दिसंबर को दो अन्य मामले रिपोर्ट किए गए। इस तरह राजस्थान में अब तक इस वेरिएंट के चार मामले सामने आ चुके हैं।
- भारत में कोविड-19 के 594 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इस तरह देश में कोविड केस की एक्टिव संख्या 2669 तक पहुंच गई है। देश में सबसे ज्यादा कोरोना के केस केरल में रिकॉर्ड किए गए हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने जेएन.1 को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के तौर पर क्लासिफाइड किया है। ये वेरिएंट BA.2.86 से पैदा हुआ है, मगर उससे थोड़ा अलग है। WHO ने बताया कि वर्तमान में इस नए वेरिएंट से कम खतरा नजर आ रहा है।
- ब्लूमबर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में 24 लोगों में हर एक व्यक्ति कोविड संक्रमित पाया जा रहा है। लंदन कोविड से बुरी तरह से जुझ रहा है, राजधानी में जेएन.1 वेरिएंट तेजी से अपना पांव पसार रहा है।
- ब्रिटेन के 'हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी' और 'ऑफिस ऑफ नेशनल स्टैटिक्स' की ज्वाइंट रिपोर्ट सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि कोविड का सबसे ज्यादा शिकार 18 से 44 साल के लोग हो रहे हैं।
- रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि कोविड के केस बढ़ने की वजह ठंडा तापमान, छोटे दिन और सर्दियों के मौसम में लोगों का घुलना-मिलना है। जिसकी वजह से ऐसा वातावरण तैयार हो रहा है, जिसमें कोविड आसानी से अपना पैर पसार रहा है।
- इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में कोविड के फैलने की दर 4.2 फीसदी है, जबकि बुरी तरह प्रभावित लंदन में ये दर 6.1 फीसदी तक जा पहुंचा है।