समुद्र संकट और सहायता: भारतीय तटरक्षक बल ने 27 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया

  • समुद्र में नाव का गियर हो गया था खबार
  • भारतीय तट रक्षक बल का आदर्श वाक्य है वयम् रक्षाम
  • नहीं मिली सफलता तो खींच कर ले आए नाव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-05 13:22 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल ने समुद्र में फंसे 27 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया, भारत ने शुक्रवार को ,सभी को बांग्लागदेश को सौंप दिया। भारतीय तटरक्षक बल ने मछुआरों की जानकारी तब बचाई जब मछली पकड़ने वाली नौका स्टीयरिंग गियर टूटने के बाद भारतीय जल क्षेत्र में बहकर आ गई थी और वे सभी समुद्र में फंस गए थे। शुक्रवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। 

अधिकारी ने बताया भारतीय तटरक्षक तकनीकी टीम ने खराब नाव की पहचान करके सही करने की कोशिश की, लेकिन सफलता हाथ न लगने के साथ समुद्र की स्थिति और मौसम की स्थिति को देखते हुए नाव को भारत-बांग्लादेश आईएमबीएल में लाया गया। उसके बाद भारतीय तटरक्षक बल और बांग्लादेश तटरक्षक बल के बीच समझौते (एमओयू) के अनुसार उसे बांग्लादेश को सौंप दिया गया। आईसीजीएस अमोघ ने 27 बांग्लादेशी मछुआरों को उनकी नाव के साथ बीसीजी जहाज कमरुज्जमां को सौंप दिया।

भारतीय तट रक्षकर बल के एक अधिकारी ने बताया कि एक त्वरित ऑपरेशन करके बांग्लादेशी मछुआरों को बचाया। रात करीब 11.30 बजे भारतीय तटरक्षक जहाज अमोघ ने भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर गश्त के दौरान एक बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नाव (बीएफबी) सागर II को भारतीय जल क्षेत्र में बहते हुए देखा। आईसीजी जहाज ने जांच के लिए बोर्डिंग टीम को भेजा। जांच के दौरान पता चला कि नाव का पिछले दो दिनों से स्टीयरिंग गियर खराब था और तब से वह भटक रही थी, जिसके कारण नाव भारतीय जल सीमा के अंदर चली गई। बीएफबी में 27 मछुआरे सवार थे।

आपको बता दें भारतीय तट रक्षक बल ने पहले तो बाग्लांदेशी मछुआरों की नांव को ठीक करने की कोशिश की, जब नांव ठीक नहीं हो सकी तो सभी को सुरक्षित निकाल लिया। कोलकाता स्थित भारतीय तट रक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा, तट रक्षक बल का आदर्श वाक्य है वयम् रक्षाम (हम रक्षा करते हैं), जिसे हमने साबित करके दिखाया।

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