एनडीए की पासिंग आउट परेड में जनरल चौहान ने मणिपुर हिंसा को बताया दो जातीय समुदाय के बीच की लड़ाई
- जनरल अनिल चौहान ने की सेना में महिलाओं की तारीफ
- मणिपुर हिंसा का आंतकवादियों से कोई लेना देना नहीं
- राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए देश की महिलाएं आ रही हैं आगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने महिलाओं की तारीफ की, और उत्तरी सीमा पर चीनी सैनिकों की बढ़ती संख्या को लेकर कहा कि चीन अब सीमा पर सैनिकों की संख्या नहीं बढ़ा रहा है। जनरल चौहान ने ये बात नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की चल रही पासिंग आउट परेड में की । जनरल चौहान ने मणिपुर हिंसा को दो जातियों के बीच लड़ाई बताते हुए कहा कि हिंसा का आंतकवादियों से कोई लेना देना नहीं है।
आपको बता दें मंगलवार को जनरल अनिल चौहान एनडीए के 144वें कोर्स की पासिंग आउट परेड की समीक्षा करने के लिए पुणे पहुंचे थे। इस मौके पर सीडीएस जनरल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैडेट्स को बधाई दी। चौहान ने कहा कि सेना की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए हम अपने देश ही नहीं, बल्कि पड़ोस में भी शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सक्रिय रहें। उन्होंने कहा हमारा सशस्त्र बल नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जनरल ने कहा कि आज राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए देश की महिलाएं आगे आ रही हैं। एनडीए में पुरुषों के बराबर महिलाएं आ रही है। सीडीएस चीफ ने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि महिलाओं ने अपने पुरुष भाइयों के समान जिम्मेदारियों को उठाने का संकल्प लिया है।
जनरल चौहान ने कहा कि उत्तरी सीमा पर चीन की सेना की तैनाती बढ़ नहीं रही, वह उतनी है जितनी 2020 में थी।उन्होंने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाना अलग विषय का मुद्दा है,सीमा पर यथास्थिति बनी हुई है।
जनरल ने आगे कहा किमौजूदा वक्त में देश और सेना के सामने नई तरह की चुनौती खड़ी हुई है। यूरोप में युद्ध, हमारी उत्तरी सीमाओं पर पीएलए की निरंतर तैनाती और पड़ोसी मुल्क में राजनीतिक एवं आर्थिक उथल-पुथल मची हुई है। आज सेना में हम टेक्नोलॉजी आधारित एक नई क्रांति देख रहे हैं।