बजट 2024: अंतरिम बजट में वित्त मंत्री ने किया तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का ऐलान, जानिए योजना की पूरी डिटेल

  • अब 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की तैयारी
  • लखपति दीदी योजना के तहत बढ़ाई गई लाभार्थियों की संख्या
  • जानिए क्या है 'लखपति दीदी योजना'

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-01 10:53 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए संसद भवन में गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया। अपने बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने गरीब महिलाओं के हित में एक योजना को लेकर विशेष घोषणा की। वित्त मंत्री ने एक करोड़ और ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी योजना से जोड़ने की बात कही। इस योजना के तहत दो करोड़ महिलाओं को शामिल करने का शुरूआती लक्ष्य रखा गया था जिसे अब बढ़ा दिया गया है। निर्मला सीतारमण की घोषणा के बाद अब लखपति दीदी योजना के तहत तीन करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

क्या है लखपति दीदी योजना?

लखपति दीदी योजना ग्रामीण भारत में चलाए जाने वाले स्वयं सहायता ग्रुप से जुड़ी महिलाओं के लिए है। इस योजना के तहत स्वयं सहायता ग्रुप से जुड़ी बैंक वाली दीदी, आंगनबाड़ी दीदी और दवाई वाली दीदी को आर्थिक लाभ पहुंचाने का काम किया जाएगा। लखपति दीदी योजना के तहत इन्हें स्किल ट्रेनिंग देकर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की पहल की जाएगी। स्किल ट्रेनिंग के बाद बिजनेस या अन्य आर्थिक गतिविधियों के जरिए इनकी वार्षिक आय एक लाख या उससे ज्यादा करने के लिए यह योजना लाई गई थी।

इस योजना के तहत सरकार ग्रामीण महिलाओं को कई प्रकार की स्किल बेस्ड ट्रेनिंग मुहैया कराएगी। सरकार महिलाओं को प्लंबिंग, ड्रोन के संचालन और मरम्मत से लेकर एलईडी बल्ब बनाने जैसे स्किल्स की ट्रेनिंग दे रही है। योजना के तहत प्रयास किया जाता है कि इन स्किल्स के जरिए महिलाएं कमाई कर सकें। इस योजना के तहत लाभार्थियों को कई और फायदे मिल सकते हैं। सरकार योजना के माध्यम से फाइनेंशियल लिट्रेसी वर्कशॉप्स, एंटरप्रेन्योरशिप सपोर्ट, इंपॉवरमेंट, कॉन्फिडेंस बिल्डिंग, सेविंग्स इन्सेंटिव्स और माइक्रोक्रेडिट सुविधाएं उपलब्ध करवाती है।

2 से बढ़ाकर 3 करोड़ का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को सबसे पहले इस योजना का ऐलान लाल किले से किया था। इस योजना के तहत सरकार ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को एक लाख या उससे ज्यादा की वार्षिक आय की कैटेगरी में लाने का लक्ष्य रखा था। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने 2023 में लाल किले से कहा था कि आज दस करोड़ ग्रामीण महिलाएं स्वयं सहायता समूहों का हिस्सा है। जब आप गांव में जाएंगे तो आपको बैंकवाली, आंगनबाड़ी और दवाई वीली दीदी मिलेंगी। मेरा सपना है कि गांवों में दो करोड़ लखपति दीदी बने।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी देश भर की दो करोड़ महिलाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा था। गुरुवार को अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन करोड़ महिलाओं को इस योजना के तहत लाभ पहुंचाना की घोषणा की है।

योजना के लिए ये है पात्रता

इस योजना के तहत लाभार्थी बनने के लिए महिलाओं को कुछ कंडीशन पूरी करनी होगी। लखपति दीदी योजना का फायदा उठाने के लिए महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और अधिकतम वार्षिक आय तीन लाख रूपये से कम होनी चाहिए। इसके अलावा महिला का किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ा होना अनिवार्य है। पहले कुछ ही राज्यों में चलाई गई इस योजना का अब राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया जा रहा है।

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