आपदा: सिक्किम में बाढ़ से भारी तबाही, कीचड़ में फंसी सेना की गाड़ियां, हर तरफ पानी ही पानी, राहत और बचाव में जुटी सेना और एनडीआरएफ की टीम

  • सिक्किम में भारी तबाही
  • बाढ़ की वजह से 16 लोगों की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-06 10:15 GMT

डिजिटल डेस्क, गंगटोक। सिक्किम में बादल फटने की वजह से आई बाढ़ ने प्रदेश में भारी तबाही का मंजर दिखाया है। अब तक इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। बाढ़ इतना भयावह है कि तीन से चार मंजिला इमारात भी ताश की पत्तों की तरह पानी में बह गए हैं। कई मकानों के दूसरी मंजिल तक कीचड़ जमा हो गए हैं।

 बादल फटने की वजह से चुंगथांग में मौजूद साउथ ल्होनक लेक का लेवल बढ़ गया है। बाढ़ के पानी के तेज दबाव की वजह से झील का दीवार टूट गई है जिसकी वजह से पानी और कीचड़ बहकर नीचे के शहर में आया गया है जो भारी तबाही लाया है। झरने के पानी की वजह से तीस्ता बेसिन के कई गांव और कस्बे गायब हो चुके हैं।

तीस्ता बेसिन में दिक्चू, सिंग्तम और रांग्पो डूब गए हैं। सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में 3000 पर्यटक फंसे हुए हैं। अब तक करीब 166 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिसमें कुछ सेना के जवान भी हैं। चुंगथांग में मौजूद तीस्ता स्टेज 3 डैम की सुरंगों में अब भी 12-14 मजदूर फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।

बाढ़ की वजह से जिन लोगों ने अपना आशियाना खोया है उनके लिए राहत कैंप लगाए गए हैं ताकि उनकी जरूरतों को पूरी की जा सके। राहत और बचाव में सेना के जवान लोगों की मदद कर रहे हैं। पीड़ित लोगों को सेना के जवान दवाएं और गर्म कपड़े मुहैया करा रहे है ताकि उन्हें किसी प्रकार का कोई दिक्कत न हो। सबसे ज्यादा राहत कैंप चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन में बनाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरे प्रदेश में करीब 25 रिलीफ कैंप्स बनाए गए हैं।

बाढ़ की वजह से प्रदेश में बिजली सेवा ठप है। टेलिफोन लाइन संपर्क से बाहर है। पूर्व सैन्य कमांड के ब्रह्मास्त्र कॉर्प्स के जवानों ने अब तक 250 लोगों को रेस्क्यू किया है। उन सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उन्हें खाना-पानी, दवाएं और बिस्तर मुहैया करवाया है। बाढ़ के चपेट में सबसे ज्यादा चुंगथांग, मंगन, दिक्चू, बारडांग, रांग्पो और सिंग्तम शहर आया है।

सरकार और सेना के जवानों को, लोगों को बचाने में बेहद ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि बाढ़ के पानी की वजह से चारों तरफ कीचड़ फैला हुआ है। सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है। कनेक्टिविटी पूरी तरह ठप पड़ी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,. इस आपदा से 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। भारतीय जवान और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव में जुटी हुई हैं।

खबरें ये भी हैं कि इस आपदा में 700 से 800 ड्राइवर्स फंसे हुए हैं, जो वहां काम करने के लिए गए हुए थे। साथ ही 3150 लोग ऐसे लोग भी हैं जो बाइक से वहां घूमने गए थे। सेना और वायुसेना के जवान हेलिकॉप्टरों के माध्यम से इन लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। जवानों ने अब तक 2011 लोगों को बचाया है। ठप हुई सिंग्तम कस्बे में पानी और बिजली की सप्लाई फिर से चालू कर दी गई है। बाढ़ की वजह से सिंग्तम, मंगन, नामची और गैंगटोक से 277 मकान लापता हो गए हैं। सिक्किम सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ये नंबर  03592-202892, 03592-202892, 03592-202892 हैं। भारतीय सेना ने भी अपनी तरह से दो नंबर जारी की हुई है जो- 8750887741 और 8756991895 है।

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