विदेशी फंडिंग: ईडी ने आप पर लगाए नए आरोप, गृह मंत्रालय को सौंपी अवैध विदेशी फंडिंग से जुड़ी रिपोर्ट

  • ईडी ने आप पर लगाया अवैध विदेशी फंडिंग का आरोप
  • एफसीआरए के प्रतिबंधों से बचने के लिए छिपाई दानदाताओं की पहचान
  • 2017 के चुनाव से पहले अमेरिका से जुटाए गए 1,19,000 डॉलर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-20 12:42 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। गोवा विधानसभा चुनाव में हवाला के जरिए पैसों के लेनदेन और दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में उलझी पार्टी पर अब ईडी ने नए आरोप लगाए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने अवैध विदेशी फंडिंग को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपा है। इस रिपोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय ने आप पर अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ओमान और कुवैत सहित कई अन्य देशों से अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने का आरोप लगाया है। इसके अलावा ईडी ने दावा किया है कि कई विदेशी दानदाताओं ने समान क्रेडिट कार्ड, ई-मेल आईडी और मोबाईल नंबर का इस्तेमाल किया है। ईडी ने अपनी रिपोर्ट में फंड हासिल करने के लिए आप पर विदेशी दानदाताओं से जुड़ी कई जानकारी छिपाने का भी आरोप लगाया है।

एक ही पासपोर्ट नंबर और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल

ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपे गए रिपोर्ट में कई विदेशी दानदाताओं से अनियमित तरीके से फंड इकट्ठा करने का आरोप आम आदमी पार्टी पर लगाया है। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि फंड ट्रांस्फर करने के लिए कई दानदाताओं ने एक ही पासपोर्ट नंबर, क्रेडिट कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया है। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में फंडिंग जुटाने में कई अनियमितताओं का आरोप पार्टी पर लगाया है। आप विधायक दुर्गेश पाठिक सहित कई नेताओं पर 2016 में कनाडा से प्राप्त फंडिंग के पैसों का व्यक्तिगत इस्तेमाल का भी आरोप है। आप के ओवरसीड इंडिया कॉर्डिनेटर अनिकेत सक्सेना, तत्कालीन संयोजक (आप ओवरसीज इंडिया) कुमार विश्वास, कपिल भारद्वाज सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के बीच भेजे गए ई-मेल से इन आरोपों की पुष्टि होने की भी बात कही जा रही है।

एफसीआरए के प्रतिबंधों से बचने के लिए छिपाई दानदाताओं की पहचान

रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक की जांच में पता चला है कि अमेरिका और कनाडा जैसे देशों से फंज रेजिंग कैंपेन के तहत जमा किए गए पैसों पर एफसीआरए के तहत लगाए जाने वाले प्रतिबंधों से बचने के लिए आप ने बुक ऑफ अकाउंट्स में दानदाताओं की पहचान भी छिपाई। बता दें कि एफसीआरए यानि फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट 1976 में बनाया गया था और साल 2010 में इस एक्ट में संशोधन किए गए थे। इस एक्ट के तहत विदेशी फंड के लिए इजाजत दी जाती है लेकिन इस पर नजर भी रखी जाती है। विदेशी फंडिंग पर इसीलिए नजर रखी जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह किसी तरह की आतंकी फंडिंग न हो। इसके अलावा सुरक्षा के नजरिए से एफसीआरए के तहत विदेशी फंडिंग से संबंधित जानकारी रखी जाती है।

2017 के चुनाव से पहले अमेरिका से जुटाए गए 1,19,000 डॉलर

ईडी ने आम आदमी पार्टी पर 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अमेरिका से 1,19,000 अमेरिकी डॉलर विदेशी फंड जुटाने का आरोप लगाया है। मामले में आरोपी आप विधायक सुखपाल सिंह खैरा के बयान से इस बात का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, चुनाव से पहले अप्रैल-मई 2015 में आप ने अमेरिका में फंड रेजिंग कैंपेन के जरिए 1,19,000 अमेरिकी डॉलर जुटाए थे। ईडी ने रिपोर्ट में बताया है कि इस मामले में आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता से पूछताछ की गई। पंकज गुप्ता ने चेक या ऑनलाइन माध्यम से पार्टी को विदेशी चंदा मिलने की बात को स्वीकारा है।

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