दिल्ली हाईकोर्ट ने मुखर्जी नगर अग्निकांड में लिया स्वत: संज्ञान, पुलिस, फायर सर्विस को नोटिस
जस्टिस जसमीत सिंह और विकास महाजन की अवकाश पीठ ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली अग्निशमन सेवा को फायर सेफ्टी ऑडिट करने और यह जांच करने का निर्देश दिया कि फायर सेफ्टी प्रमाणपत्र जारी किया गया था या नहीं। उसने मामले में दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
संस्कृति कोचिंग सेंटर में गुरुवार को हुई इस घटना में 61 छात्र घायल हो गए। इस बीच, अदालत ने अधिकारियों से राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह के संस्थानों की सुरक्षा स्थिति की जांच करने को कहा है। अदालत ने कहा, नोटिस जारी करें. दिल्ली पुलिस और दिल्ली अग्निशमन सेवाओं के वकील आज से दो सप्ताह के भीतर अपना-अपना पक्ष रखेंगे। दिल्ली सरकार के स्थायी वकील संतोष कुमार त्रिपाठी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है।
यह भी निर्देश दिया गया कि मामले को 3 जुलाई को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष रखा जाए। हादसे को लेकर विभिन्न कोचिंग सेंटरों के सैकड़ों छात्रों ने गुरुवार शाम विरोध-प्रदर्शन किया और न्याय की मांग करते हुए नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दिया।
यूपीएससी, एसएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्र वंदे मातरम् का नारा लगाते हुए न्याय की मांग को लेकर सड़क पर बैठ गए। संस्कृति कोचिंग सेंटर के सीईओ शिवेश मिश्रा ने दावा किया है कि आग कोचिंग सेंटर के अंदर नहीं लगी थी। मिश्रा ने कहा, बताया जा रहा है कि ग्राउंड फ्लोर पर लगे मीटर बॉक्स में धमाका हुआ और धुआं नीचे से ऊपर की ओर चला गया। घटना के दौरान छात्र डर गए। उन सभी को बचा लिया गया है। कुछ छात्रों ने तार की मदद से उतरने की कोशिश की। उनमें से दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बत्रा कॉम्प्लेक्स के पास भंडारी हाउस इमारत के अंदर आग लगने के संबंध में मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसके बाद एक पुलिस दल को घटनास्थल पर भेजा गया। अधिकारी ने कहा, बचाव कार्य तुरंत शुरू हो गया। लगभग 10 फायर टेंडर और 16 कैट एंबुलेंस वहां पहुंच गए। उन्होंने कहा, आग बुझा दी गई और पहली और दूसरी मंजिल से छात्रों को बचा लिया गया।
अधिकारी ने कहा, जिला अपराध टीम ने मौके का निरीक्षण किया और तस्वीरें लीं। रोहिणी की फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। घटना के समय विभिन्न कोचिंग सेंटरों के लगभग 200-250 छात्र कक्षाओं में थे। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इमारत के भूतल पर लगे बिजली के मीटरों में आग लगी थी। अधिकारी ने कहा, भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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