बिपरजॉय बना मानसून में रुकावट, मध्यप्रदेश समेत उत्तर-पश्चिम भारत में देरी से करेगा एंट्री

मध्यप्रदेश में 20 से 25 जून तक मानसून की दस्तक

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-14 07:26 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। उत्तर-मध्य भारत में मानसून की एंट्री के इंतजार के बीच गुजरात समेत अन्य तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक ये भीषण तूफान 15 तक देश के पश्चिमी तट से टकरा सकता है। वहीं इस तूफान के चलते मानसून बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि मौसम विभाग ने राहत भरी खबर देते हुए कहा है कि अब बिपरजॉय मानसून को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा।

मौसम विभाग के मुताबिक, 'बिपरजॉय मानसून के प्रवाह से अलग हो चुका है। अब वह मानसून पर बुरा असर नहीं डाल पाएगा। दरअसल, अरब सागर में जन्मा तूफान बिपरजॉय सारी नमी खींच रहा है जिस कारण केरल समेत अन्य तटीय इलाकों में नमी नहीं पहुंच पा रही है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आमतौर पर केरल में मानसून बड़ी मजबूती के साथ आता है। वो अब जहां पहुंच गया है वहां उसका पैटर्न गायब है। मानसून के आने पर बादलों की संख्या, हवा की दिशा भी बदलते हैं, जिसे बड़े क्षेत्र में नहीं देखा जा सकता। बता दें कि केरल में मानसून की एंट्री पहले ही एक हफ्ते देरी से हुई है।'

मानसून में देरी का कारण बताते हुए मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि 'जब मानसून का सिस्टम केरल की तरफ बढ़ता है उसी समय अरब सागर मे चक्रवाती सर्कुलेशन होता है, यह मॉनसून सिस्टम पर बुरा असर डालते हैं। इनसे हवा का एक ऐसा सिस्टम निर्मित होता है जिससे मानसूनी हवाएं आगे तक नहीं पहुंच पाती हैं। यही बिपरजॉय के शुरुआती स्टेज में भी हुआ है, जिससे मॉनसून में देरी हुई है।'

मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, 'बिपरजॉय की वजह से पहले मानसून की एंट्री में देरी हुई और अब यह बारिश वाली प्रणाली को आगे बढ़ने से रोक रहा है।'

क्या है मानसून की वर्तमान स्थिति?

मौसम विभाग के मुताबिक, 'केरल से एंट्री लेने के बाद मानसून कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडू और पूर्वोत्तर के कई इलाकों में पहुंच गया है। विभाग ने इसके मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, यूपी में 15 से 20 जून वहीं बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 15 जून तक दस्तक दे सकता है।'

मध्यप्रदेश में कैसा है मौसम का हाल?

बिपरजॉय और राजस्थान से आने वाली गर्म के चलते मध्यप्रदेश के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, 'इन दोनों से 14 जून से लेकर 16 जून तक प्रदेश में भारी गर्मी पड़ने की संभावना है। हालांकि इसके बाद आने वाले 2 से 3 दिन प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। लेकिन यह बारिश मानसून की वजह से नहीं बल्कि एक लोकल सिस्टम की वजह से होगी।'

जहां तक बात की जाए प्रदेश में मानसून की एंट्री की तो मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, 'मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री 20 जून के बाद ही होगी। विशेषज्ञों ने बताया कि बिपरजॉय ने सारी नमी खींच ली है जिस वजह से इलाकों में नमी नहीं पहुंच पा रही है। यही कारण है कि प्रदेश का मौसम साफ है और धूप सीधी जमीन पर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी राज्य राजस्थान में चली रही गर्म हवाओं की वजह से भी प्रदेश के तापमान में उछाल आ गया है। वहां से आने वाली गर्म हवाओं के चलते राज्य के सीमावर्ती इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है।'

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