बहन भाई के प्रेम का पर्व: रक्षाबंधन पर आज भद्रा का साया, जानिए राखी बांधने का सही मुहूर्त
- इस रक्षाबंधन पर है भद्रा का साया
- राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
- राखी बांधने से सबसे पहले थाली में रोली, अक्षत, मिठाई और राखी रखें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज रक्षाबंधन का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। भाई-बहन का ये खास पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। बहनें रक्षाबंधन के दिन अपने भाइयों को कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन के त्योहार के दौरान भद्रा का साया पड़ता है, जिससे राखी बांधने का समय कम हो जाता है।
राखी बांधने से पहले बहन थाली में रोली, अक्षत, मिठाई और राखी रखें। अब सबसे पहले अपने भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधें। इस हाथ पर राखी बांधना एक शुभ शगुन माना जाता है। फिर उसे मिठाई खिलाएं। फिर अपने भाई के लिए आरती उतारें और उसकी सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। इस दौरान भाइयों को अपनी बहनों के पैर छूने चाहिए।
भद्रा काल में रक्षाबंधन मनाना अशुभ माना जाता है। इस कारण जब भी भद्रा काल पड़ता है तो बहनें शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधती हैं। आइए जानते हैं कि आज भद्रा काल किस समय पडेगा। इसके साथ ही जानते हैं कि बहनें किस मुहूर्त में राखी बांध सकती हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्राकाल को एक विशेष समय बताया गया है। इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है। भद्रा का समय विष्टीकरण कहलाता है। माना जाता है कि भद्राकाल के दौरान किए गए कार्य अशुभ होते हैं।
भद्राकाल
भद्राकाल - पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ के साथ भद्रा की शुरुआत
भद्राकाल की समाप्ति - 19 अगस्त 2024 को दोपहर 1:30 पर
भद्रा मुख - 19 अगस्त को प्रातः 10:53 से दोपहर 12:37 तक
भद्रा पूंछ - 19 अगस्त को प्रातः 09:51 से प्रातः 10:53 तक
भद्रा के चलते राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर में नहीं है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:30 से रात्रि 09:07 तक रहेगा। कुल मिलाकर शुभ मुहूर्त 07 घंटे 37 मिनट का रहेगा।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त आरंभ - दोपहर 01:30 के बाद
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त समापन- रात्रि 09:07 तक