मेथेनॉल मिली शराब पीने से 22 की मौत, क्या है यह खतरनाक केमिकल, आम शराब से कैसे अलग होती है ये शराब
- छापेमारी में तमिलनाडु पुलिस ने 19 लीटर से अधिक नकली शराब जब्त कर ली है
- मेथेनॉल शराब को जहर बना देती
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। देश में आए दिन नकली शराब के सेवन से मौत के मामले देखने को मिलते ही रहते हैं। बिहार में मौत का तांडव कर रही नकली शराब के बाद हाल ही में तमिलनाडु के चेंगलपट्टू और विल्लुपुरम नाम के दो जिलों में इसके सेवन से 22 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 30 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद हुई छापेमारी में तमिलनाडु पुलिस ने 19 लीटर से अधिक नकली शराब जब्त कर ली है। इस घटना का कारण मेथेनॉल बताया जा रहा है। इस बारे में बताते हुए तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू ने कहा कि जब्त की गई शराब में मेथेनॉल नाम का केमिकल भारी मात्रा में पाया गया जिसकी वजह से मौते हुई हैं।
क्या है मेथेनॉल जो बना लोगों का काल?
विशेषज्ञों के अनुसार मेथेनॉल की वजह से अंधापन और नर्वस सिस्टम से संबंधित बीमारियां हो सकती है। शराब में मेथेनॉल की ज्यादा मात्रा शरीर के एंजाइम्स पर असर डालती है। जिससे शरीर में अतिरिक्त एसिड बनने लगता है। मेथेनॉल मिली हुई शराब का सेवन मौत का कारण बन सकता है। इसकी वजह से पार्किंसंस, सांस संबंधी रोग आदि रोग होते है। इसमें हालत इतनी खराब हो सकती है कि व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है। इसके अलावा मेटाबॉलिक एसिडोसिस भी मेथेनॉल की वजह से होता है जिस स्थिति में शरीर में बहुत ज्यादा एसिड बनने लगता है।
इथेनॉल और मेथेनॉल में क्या है अंतर?
जानकारों के मुताबिक, जहां एक तरफ असली शराब में इथेनॉल का उपयोग किया जाता है, तो वही दूसरी तरफ नकली शराब में मेथेनॉल की मात्रा की अधिक पाई जाती है। मेथेनॉल शराब को जहर बना देती। हालांकि इथेनॉल की ज्यादा मात्रा भी शरीर को हानि पहुंचाता है। लेकिन वही मेथेनॉल की थोड़ी सी भी मात्रा इंसान की मौत का कारण बन सकती है।