विनोद नायर: स्मॉल और मिडकैप सूचकांक कारोबार में लंबी अवधि के औसत से ऊपर
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने ये बात कही
डिजिटल डेस्क, मुंबई। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक, क्रमशः इस साल अब तक 42 फीसदी और 49 फीसदी की मजबूत रैलियों के साथ, अब अपने दीर्घकालिक औसत पर 25 फीसदी प्रीमियम ले रहे हैं, जिससे संभावित मूल्यांकन में चिंता का संकेत हो सकता है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने मंगलवार को ये बात कही। नायर ने कहा, हालिया प्रभावशाली उछाल के बाद, नवंबर में अनुमानित मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका के चलते निफ्टी मंगलवार को सपाट रहा। इससे आरबीआई की नीति दरों में कटौती में देरी हो सकती है। इसके विपरीत, अमेरिकी मुद्रास्फीति का दृष्टिकोण स्थिर बना हुआ है, जो आगामी अमेरिकी फेड नीति को प्रभावित कर सकता है।
उन्होंने कहा, हालांकि घरेलू विकास परिदृश्य मजबूत बना हुआ है, अल नीनो के जोखिम से बाजार पर दबाव रहने की आशंका है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, "निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर कमजोरी का पैटर्न बनाया है। कॉल राइटर्स ने 21,000 पर ऊंचाई बताई है, जबरि निचले स्तर पर यह 20,800-20,900 के बीच रह सकता है।
"इसलिए, जब तक निफ्टी 21,000 से नीचे रहेगा, तब तक इसके निगेटिव बने रहने की संभावना है। 21,000 से ऊपर केवल एक निर्णायक कदम ही तेजी की प्रवृत्ति को फिर से शुरू कर सकता है। समर्थन 20,800 पर रखा गया है, जिसके नीचे सूचकांक और मजबूत हो सकता है।"
--आईएएनएस
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