यूरोपीय संघ के नेताओं ने फ्रांस में आतंकवादी हमलों की निंदा की
यूरोपीय संघ के नेताओं ने फ्रांस में आतंकवादी हमलों की निंदा की
- यूरोपीय संघ के नेताओं ने फ्रांस में आतंकवादी हमलों की निंदा की
ब्रसेल्स, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। यूरोपीय संघ (ईयू) के नेताओं ने फ्रांस में आतंकवादी हमलों की निंदा करते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया है। गौरतलब है कि हालिया हमलों में नीस का आतंकवादी हमला भी जारी है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की गुरुवार को जारी बयान का हवाला देने वाले रिपोर्ट के अनुसार, हम यूरोपीय संघ के नेता फ्रांस में आतंकवादी हमलों से हैरान और दुखी हैं। हम इन हमलों की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने हमारे मूल्यों पर हमला किया है।
उन्होंने आतंकवाद और कट्टर उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई को जारी रखने के लिए दुनियाभर के अपने समकक्षों को विभाजन के बजाय समुदायों और धर्मों के बीच संवाद और समझ की दिशा में काम करने का आह्वान किया।
यह बयान यूरोपीय परिषद द्वारा जारी किया गया था। परिषद में यूरोपीय संघ के अध्यक्ष और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष के साथ 27 यूरोपीय संघ के सदस्य, जो कि राज्यों के या सरकार के प्रमुख शामिल होते हैं।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और उनके यूरोपीय आयोग के समकक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयन ने गुरुवार की दोपहर को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ वीडियो मीटिंग के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फ्रांस के साथ एकजुटता व्यक्त की।
मिशेल ने कहा, ये हमले एक बार फिर लोकतंत्र के खिलाफ, स्वतंत्रता के खिलाफ हैं। हमें लोकतंत्र, कानून के शासन और बुनियादी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एक साथ खड़े होने की जरूरत है।
वॉन डेर लेयन ने कहा, किसी को भी फ्रांस के साथ यूरोप की एकजुटता पर संदेह नहीं करना चाहिए। हम कट्टरता और बर्बरता के सामने एकजुट और ²ढ़ हैं।
वहीं ट्रूडो ने फ्रांस के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। उन्होंने कहा, हमारे समाज में हिंसा और असहिष्णुता के लिए कोई जगह नहीं है। हम इन अन्यायपूर्ण और क्रूर कृत्यों के खिलाफ फ्रांस और उसके लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहते हैं।
दक्षिण-पूर्व फ्रांस के नीस शहर के केंद्र में स्थित नोट्रे-डेम बेसिलिका में गुरुवार सुबह हुए हमले की जांच शुरू कर दी गई है।
फ्रांसीसी राष्ट्रीय आतंकवाद-रोधी अभियोजक के कार्यालय ने कहा कि वह आतंकवाद के संबंध में हत्या के प्रयास के तहत इस घटना की जांच करेगा।
गौरतलब है कि 25 सितंबर से फ्रांस हाई अलर्ट पर है।
एमएनएस-एसकेपी