Coronavirus in World: अमेरिकी कंपनी मॉर्डना का दावा, कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी हमारी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी
Coronavirus in World: अमेरिकी कंपनी मॉर्डना का दावा, कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी हमारी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी
- कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद दुनियाभर में खलबली बढ़ गई
- मॉडर्ना का दावा- हमारी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में कोरोना के एक के बाद एक दो नए स्ट्रेन मिलने के बाद दुनियाभर में खलबली मच गई है। इस बीच वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ उनकी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है।
दरअसल, मॉडर्ना समेत कई दवा कंपनियों ने कोरोना की वैक्सीन बनाई है, जो अमेरिकी लोगों को दी जा रही है। इस बीच ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से लोगों में डर और बढ़ गया है और लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं कि ये कितना खतरनाक है। जो वैक्सीन आई है वह इसके खिलाफ कारगर है या नहीं?
कोरोना के हर स्ट्रेन पर टेस्टिंग के लिए तैयार मॉडर्ना
अपने बयान में मॉर्डना कंपनी ने कहा कि वह किसी भी स्ट्रेन के खिलाफ अपनी वैक्सीन के असर की पुष्टि करने के लिए टेस्टिंग करने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि उसकी वैक्सीन जिसे हाल ही में अमेरिका में इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है, ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रोटेक्टिव होगा।
94 प्रतिशत तक असरदार पाई गई है वैक्सीन
अमेरिकी कंपनी की ओर से कहा गया कि वह नए स्ट्रेन पर परिणाम के लिए आने वाले हफ्तों में वैक्सीन की अडिशनल टेस्टिंग करेगी। मॉडर्ना का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ब्रिटिश सरकार ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। फाइजर की तरह मॉडर्ना की वैक्सीन को भी बेहद कम तापमान पर स्टोर करके रखना पड़ता है। यह वैक्सीन 94 प्रतिशत तक असरदार पाई गई है।
दुनिया में अब तक 7.91 करोड़ संक्रमित, 17.40 लाख की मौत
वर्ल्ड-ओ-मीटर के अनुसार दुनियाभर में अब तक 7 करोड़ 91 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 17 लाख 40 हजार लोगों ने अपनी जान गंवा दी है तो वहीं 5 करोड़ 57 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। पूरी दुनिया में 2 करोड़ 16 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं, यानी कि फिलहाल इतने लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अमेरिका में परेशानी बढ़ी
अमेरिका में भले ही वैक्सीनेशन शुरू हो गया हो, लेकिन यहां के अस्पतालों में भर्ती होने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को यहां 1 लाख 19 हजार 463 संक्रमितों को भर्ती कराया गया। ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रैन के चलते अब तक करीब 40 देशों ने ट्रैवल बैन लगा दिया है। अमेरिका में बुधवार को अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों की संख्या फिर तेजी से बढ़ी। एक ही दिन 1 लाख 19 हजार से ज्यादा मरीज एडमिट किए गए। CNN ने यह जानकारी कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट (CTP) के अफसरों के हवाले से दी है। यह लगातार 22वां दिन था जब अमेरिकी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या एक लाख से ज्यादा हुई।
जनवरी तक 4 लाख से ज्यादा मौतों की आशंका
CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 16 जनवरी तक 4 लाख 19 हजार से ज्यादा हो जाएगा। CNN ने यह जानकारी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के हवाले से दी है। इसमें कहा गया है कि अगर मौतों की यही रफ्तार जारी रही तो 16 जनवरी 2021 तक मरने वालों का आंकड़ा 3 लाख 78 हजार से 4 लाख 19 हजार तक पहुंच जाएगा। अब तक 3.34 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्रिटेन की मुश्किलों में इजाफा
ब्रिटेन में कोविड-19 के नए वेरिएंट के मिलने के बाद दिक्कतें बढ़ गई हैं। अब तक करीब 40 देश यहां से आने और जाने वाली फ्लाइट्स को बैन कर चुके हैं। इनमें भारत के अलावा, हॉन्गकॉन्ग, कनाडा, स्विटजरलैंड और जर्मनी भी शामिल हैं। फ्रांस ने जरूर ब्रिटेन को थोड़ी राहत दी और ट्रकों के लिए बॉर्डर खोलने की मंजूरी दी, लेकिन यूरोप के बाकी देशों ने ऐसा नहीं किया। अब ब्रिटिश सरकार कुछ देशों से बातचीत कर रही है ताकि जरूरी सामान की सप्लाई पर असर न पड़े।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 18,917,152 | 334,218 | 11,101,866 |
भारत | 10,123,544 | 146,778 | 9,692,061 |
ब्राजील | 7,366,677 | 189,264 | 6,405,356 |
रूस | 2,933,753 | 52,461 | 2,343,967 |
फ्रांस | 2,505,875 | 61,978 | 187,272 |
यूके | 2,149,551 | 69,051 | N/A |
तुर्की | 2,062,960 | 18,602 | 1,866,815 |
इटली | 1,977,370 | 69,842 | 1,301,573 |
स्पेन | 1,838,654 | 49,520 | N/A |
अर्जेंटीना | 1,555,279 | 42,254 | 1,379,726 |