हिंसक प्रदर्शन: कांग्रेस ने जैतखाम तोड़फोड़ मामले की जांच में बनाई कमेटी, कमेटी में पूर्व मंत्री और विधायक शामिल
- एक महीने में ऐसा क्या हुआ कि हिंसक हो गया सतनामी समाज
- सरकारी दफ्तरों समेत फूंक डाली 100 से ज्यादा गाड़ियां
- बीती 15 मई की रात गिरौदपुरी में हुई थी हिंसा
डिजिटल डेस्क, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बलौदा बाजार में सतनामी समाज के उग्र प्रदर्शन और हिंसा की जांच के लिए कमेटी बनाई है। कमेटी में पूर्व मंत्री समेत मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक शामिल है। कांग्रेस की ओर से जैतखाम में तोड़फोड़ मामले की जांच करने के लिए टीम बनाई है। भूपेश सरकार में मंत्री रहे शिवकुमार डहरिया के नेतृत्व में सात लोगों की कमेटी इस पूरे मामले की जांच करेगी और इसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी।
आपको बता दें कांग्रेस की कमेटी में भूपेश सरकार में पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया (संयोजक), पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, कसडोल विधायक संदीप साहू, बिन्द्रनवागढ़ विधायक जनक राम ध्रुव, पूर्व विधायक पद्मा मनहर, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शैलेंद्र नितिन त्रिवेदी और बलौदा बाजार के जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर शामिल हैं। जांच कमेटी के सदस्य हिंसास्थल का दौरा करके रिपोर्ट तैयार करेंगे जिसे प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजेंगे।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें 15 मई की रात गिरौदपुरी में सतनामी समाज के तीर्थ स्थल 'अमर गुफा' के जैतखाम को किसी ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदर्शनकारी पुलिस पर आरोप लगा रहे है कि पुलिस ने असली आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। बल्कि दोषियों को बचा रही है। इसी को लेकर विरोध किया जा रहा था। इसको लेकर आठ जून को कलेक्टर और समाज के लोगों के बीच बैठक हुई। उसके बाद नौ जून को गृहमंत्री विजय शर्मा ने घटना के न्यायिक जांच के आदेश दिए गए। इसके बाद समाज के लोगों ने 10 जून को दशहरा मैदान में प्रदर्शन की अनुमति मांगी, लेकिन प्रदर्शन के दौरान एकत्रित लोग पुलिस के रवैये से उग्र हुए और हालात बिगड़ गए।
क्या हुआ था बलौदा बाजार में?
बीते सोमवार को बलौदा बाजार में धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ से नाराज सतनामी समाज के लोग प्रदर्शन के दौरान उग्र हो गए थे। उन्होंने सरकारी कार्यालयों के बाहर पत्थरबाजी की और फिर वहां खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी थी। खबरों के मुताबिक हिंसक और आक्रोशित लोगों ने 100 से ज्यादा गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था। हिंसक प्रदर्शन में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया था।
सतनामी समाज का प्रदर्शन
बलौदा बाजार में जो प्रदर्शन हो रहा था, वो गिरौदपुरी के महकोनी गांव में जैतखाम के साथ तोड़फोड़ किए जाने की घटना की सीबीआई जांच की मांग को लेकर था। सरकार न्यायिक जांच करा रही है। लोग इसके विरोध में है। लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे।