Tokyo Olympics: सेमीफाइनल में हार से भारतीय महिला हॉकी का गोल्ड का सपना टूटा, पीएम मोदी ने कप्तान और कोच से फोन पर बात की
Tokyo Olympics: सेमीफाइनल में हार से भारतीय महिला हॉकी का गोल्ड का सपना टूटा, पीएम मोदी ने कप्तान और कोच से फोन पर बात की
- भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 1-2 से हार गई
- इस हार के बाद भारत का स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचने का सपना टूट गया
- कांस्य पदक के लिए अब शुक्रवार को उनका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा
डिजिटल डेस्क, टोक्यो। भारतीय महिला हॉकी टीम बुधवार को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 1-2 से हारने के कारण टोक्यो ओलंपिक में लगातार दूसरी बार उलटफेर नहीं कर पाई। भारत का स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचने का सपना भी टूट गया। भारत ने अपने पहले ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार और तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर सबको चौंका दिया था। भारतीय टीम के पास अभी भी टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने का मौका है। कांस्य पदक के लिए अब शुक्रवार को उनका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा।
पीएम मोदी ने कप्तान और कोच से फोन पर बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मैच के बाद महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और कोच सोजर्ड मारिन से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "एक चीज जिसके लिए हम टोक्यो 2020 को याद रखेंगे वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन। हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया। टीम पर गर्व है। आगे के गेम और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।"
One of the things we will remember #Tokyo2020 for is the stupendous performance by our Hockey teams.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 4, 2021
Today and through the Games, our Women’s Hockey team played with grit and showcased great skill. Proud of the team. Best of luck for the game ahead and for future endeavours.
पहले क्वार्टर के दूसरे मिनट में ही भारतीय टीम का गोल
भारतीय टीम ने इस मुकाबले की बेहतर शुरूआत की और गुरजीत कौर ने पहले क्वार्टर के दूसरे मिनट में ही गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। गुरजीत के गोल करते ही भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और ऐसा लगा मानो टीम आज इतिहास रच देगी। हालांकि, दूसरे क्वार्टर में अर्जेटीना ने वापसी की और कप्तान मारिया नोएल बारिओनुएवो ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। दूसरे क्वार्टर में स्कोर बराबर रहने के बाद तीसरे क्वार्टर में फिर मारिया ने गोल कर टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।
भारतीय टीम ने आगे निकलने की तमाम कोशिश की
चौथे क्वार्टर में जहां अर्जेटीना ने बढ़त बनाए रखने की कोशिश की तो वहीं भारतीय टीम ने आगे निकलने की तमाम कोशिश की। निर्धारित समय तक हालांकि, भारतीय टीम अन्य गोल नहीं कर सकी और उसका फाइनल में जाने का सपना टूट गया। भारतीय महिला टीम भले ही फाइनल में नहीं पहुंच सकी, लेकिन उसके पास कांस्य पदक जीतने का मौका अभी शेष है। कांस्य पदक के लिए उसका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा जिसे एक अन्य सेमीफाइनल मैच में नीदरलैंड से 1-5 से हार का सामना करना पड़ा जबकि अर्जेटीना का स्वर्ण पदक मुकाबले में सामना नीदरलैंड से होगा।
लगातार तीन हार से ओलंपिक की शुरुआत
भारत 2016 के रियो ओलंपिक में 12 टीमों में से 12वें स्थान पर रहा था। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने लगातार तीन हार के साथ शुरुआत की थी। इसके बाद इसने आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका पर जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार और तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारतीय टीम ने सबको चौंका दिया था।