आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उर्फी जावेद ने चेतन भगत को लिया निशाने पर

बॉलीवुड आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उर्फी जावेद ने चेतन भगत को लिया निशाने पर

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-28 07:00 GMT
आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उर्फी जावेद ने चेतन भगत को लिया निशाने पर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उर्फी जावेद ने लोकप्रिय लेखक चेतन भगत द्वारा की गई एक टिप्पणी के लिए उन्हें निशाने पर लिया है। चेतन भगत ने उर्फी के कपड़ो को लेकर अपना बयान दिया था कि, वह युवाओं को विचलित करने वाली हैं। इस बात पर विवाद होने के बाद चेतन भगत ने अपनी बात पर सफाई भी दी थी, लेकिन उर्फी ने इसके बाद अपनी बात रखते हुए चेतन भगत की जमकर आलोचना की।

उर्फी जावेद ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर अपनी चैट की एक श्रृंखला साझा की जो कुछ साल पहले मी-टू अभियान के दौरान वायरल हुई थी। तब लेखक और योग प्रशिक्षक इरा त्रिवेदी ने उन पर यौन दुराचार का आरोप लगाया था।

भगत के खिलाफ आरोपों की ओर अपने अनुयायियों का ध्यान आकर्षित करने के बाद, उर्फी ने लेखक की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी, दोस्तों, यह मत भूलिए कि कितनी महिलाओं ने मी-टू मामले के दौरान उन पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि, भगत जैसे पुरुष केवल महिलाओं को दोष देते हैं।

आगे उर्फी ने कहा, उसके जैसे पुरुष हमेशा अपनी कमियों को स्वीकार करने के बजाय महिलाओं को दोष देंगे !! सिर्फ इसलिए कि आप विकृत हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि यह लड़की की गलती है या उसने क्या पहना है! अनावश्यक रूप से मुझे एक बातचीत में घसीटना, यह टिप्पणी करना कि मेरे कपड़े कैसे युवा लड़कों को विचलित कर रहे हैं, यह बकवास है! युवा लड़कियों को संदेश देना उनके लिए एक व्याकुलता नहीं है।

ऊर्फी ने यह भी बताया कि कैसे भगत की टिप्पणी से पता चलता है कि उनकी सोच काफी पुराने जमाने की है।

उर्फी ने कहा, बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देना बंद करो, तुम वहां बीमार हो! पुरुषों के व्यवहार के लिए महिलाओं के कपड़ों को दोष देना 80 के दशक की बात है, मिस्टर चेतन भगत। जब आपने अपनी उम्र से आधी उम्र की लड़कियों को मैसेज किया तो आपको कौन विचलित कर रहा था?

उर्फी ने आगे कहा, हमेशा विपरीत लिंग को दोष दें, और अपनी कमियों या दोषों को कभी स्वीकार न करें! आप जैसे लोग युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, मुझे नहीं। पुरुषों को महिलाओं या उनके कपड़ों पर दोष लगाने के लिए प्रोत्साहित करना जब वे गलती करते हैं।

सवाल करते हुए उर्फी ने कहा, मैं साहित्य उत्सव में अपना नाम लेने की जरूरत नहीं समझती। मैं कोई लेखक नहीं हूं। साथ ही आपने कहा कि मेरी फोटो देखकर युवाओं का ध्यान भटक रहा है। बात तो छोड़िए। पहले यह बताइए कि आप क्यों, जो डबल स्टैंडर्ड हैं। क्या आप अपनी उम्र से आधी उम्र की लड़कियों को मैसेज भेज रहे थे? क्या यह ध्यान भटकाने वाली बात नहीं थी? क्या आपकी शादी और आपके बच्चे इससे प्रभावित नहीं हो रहे थे?

भगत ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह स्पष्ट करने के लिए भी कहा कि इसे अनावश्यक रूप से तूल दिया जा रहा है जो उन्होंने नहीं कहा था।

भगत ने कहा, मैंने लोगों से कहा कि वे फिटनेस और अपने करियर पर ध्यान दें और इंस्टाग्राम पर अपना समय बर्बाद न करें। जाहिर तौर पर, यह ठीक नहीं है! इसलिए उन्होंने मेरे बयान को काट दिया, इसे संदर्भ से बाहर कर दिया, हेडलाइन में वे बातें जोड़ दीं जो मैंने कभी नहीं कही।

 

 (आईएएनएस)

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