काली डॉक्यूमेंट्री फिल्म को लेकर लोगों के विरोध का सामना कर रही निर्माता लीना मणिमेकलाई ने संघ परिवार पर साधा निशाना
काली पर विवाद काली डॉक्यूमेंट्री फिल्म को लेकर लोगों के विरोध का सामना कर रही निर्माता लीना मणिमेकलाई ने संघ परिवार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क,मुंबई। डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली को लेकर लोगों के विरोध का सामना कर रही मणिमेकलाई ने अब संघ परिवार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्विट करते हुए कहा कि सघं परिवार धार्मिक कट्टरता से भारत को नष्ट करना चाहता है। मणिमेकलाई ने कहा कि हिंदुत्व कभी भारत नहीं बन सकता।
वहीं मणिमेकलाई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री काली के पोस्टर से मिलती जुलती एक तस्वीर भी ट्विट की है। जिसमें भगवान शिव और एक हिंदू देवी की भेषभूषा में दो स्थानीय अभिनेता धूम्रपान करते हुए दिखाई दे रहे है।उनकी इस पोस्ट का जब लोगों के द्वारा विरोध शुरू हुआ तो लीना ने एक और ट्विट करते हुए लिखा कि बीजेपी पेरोल ट्रोल आर्मी को पता नहीं है कि लोक थिएटर कलाकार अपने प्रदर्शन के बाद कैसे शांत होते हैं। यह मेरी फिल्म से नहीं है। यह रोजमर्रा के ग्रामीण भारत से है जिसे ये संघ परिवार अपनी अथक नफरत और धार्मिक कट्टरता से नष्ट करना चाहते हैं। हिंदुत्व कभी भारत नहीं बन सकता।
BJP payrolled troll army have no idea about how folk theatre artists chill post their performances.This is not from my film.This is from everyday rural India that these sangh parivars want to destroy with their relentless hate religious bigotry. Hindutva can never become India. https://t.co/ZsYkDbfJhK
— Leena Manimekalai (@LeenaManimekali) July 7, 2022
आपको बता दें कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर रिलीज होने के बाद लीना मणिमेकलाई सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोगों के विरोध का सामना कर रही है। इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया और उनके हाथों में एलजीबीटी समुदाय के सतरंगी झंडे को लहराते हुए दिखाया गया था। जिसके बाद लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक उनके इस कृत्य का विरोध कर रहे है। मीडिया रिर्पोट से मिली जानकारी के अनुसार अब तक लीना के खिलाफ उत्तरप्रदेश,असम,दिल्ली, बगांल,कानपुर और मध्यप्रदेश में कई पुलिस मामले दर्ज किए गए है। आयोध्या के एक संत ने तो लीना मणिमेकलाई के सर को कलम करने की धमकी दे दी है। इस पोस्टर पर विरोध का सामना कर रही लीना मणिमेकलाई ने कहा कि यह दृश्य कनाडा के टोरंटो की सड़कों पर टहल रही एक महिला के बारे में था। इस पोस्टर को लेकर काफी विवाद होने के कारण कनाडा के आगा खान संग्रहालय ने डॉक्यूमेंट्री की प्रस्तुति को हटा दिया है।
वहीं तृणमूल सासंद महुआ मोइत्रा भी इस मामले में अपने बयान से विवादों में फसं गई है। उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में मां काली को शराब पीने वाली और मांस खाने वाली बताया था। उनके इस बयान के बाद देशभर में कई स्थानों पर उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए है। बीजेपी ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।