लॉक अप कंटेस्टेंट सायशा शिंदे ने शेयर की अपने ट्रांसवुमन बनने की कहानी, यहां देखें प्री-ट्रांसफॉर्मेशन पिक्स

लॉक अप में सायशा शिंदे लॉक अप कंटेस्टेंट सायशा शिंदे ने शेयर की अपने ट्रांसवुमन बनने की कहानी, यहां देखें प्री-ट्रांसफॉर्मेशन पिक्स

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-05 11:48 GMT
लॉक अप कंटेस्टेंट सायशा शिंदे ने शेयर की अपने ट्रांसवुमन बनने की कहानी, यहां देखें प्री-ट्रांसफॉर्मेशन पिक्स

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लॉक अप कंटेस्टेंट और डिजाइनर सायशा शिंदे, जिन्हें पहले स्वप्निल के नाम से जाना जाता था, उन्होंने आपने ट्रांसवुमन बनने के पीछे की कहानी बताई है। वह एक काफी लोकप्रिय फैशन डिजाइनर हैं जो फिलहाल कंगना रनौत द्वारा होस्ट किए जा रहे टीवी के रियलिटी शो लॉक अप में दिखाई दे रही हैं।

हरनाज संधू का डिजाइन किया था गाउन

मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज संधू के खूबसूरत गाउन के पीछे कोई और महिला नहीं बल्कि सायशा थीं, हरनाज ने उस गाउन को मिस यूनिवर्स खिताब जितने वाली रात को पहना था। पहले स्वप्निल शिंदे के नाम से जानी जाने वाली, सायशा भारत की पहली ऐसी ट्रांसवुमन हैं जिन्होंने खुले तौर पर इस बात को कबुल किया। उन्होंने टीवी पर अपने नए सफर के साथ ही अपनी कहीनी और उनके संघर्षों के बारे में बात की है। 

2021 में किया खुलासा
सायशा शिंदे साल 2021 में एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ट्रांसजेंडर बनकर दुनिया के सामने आईं। उन्होंने स्वप्निल से सायशा में अपनी बदली हुई पहचान की घोषणा करते हुए ट्रांसवुमन बनने के अपने फैसले के बारे में एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने लिखा, "हम 2021 में आ गए हैं, सायशा का अर्थ होता है एक मीनिंगफुल लाइफ और मै मेरी लाइफ को भी ऐसा ही बनाने के लिए प्लैन कर रही हूं।"

मेल बॉडी में नहीं थी कमफर्टेबल
अपनी कहानी सुनाते हुए सायशा का कहना थी कि, वह कभी भी मेल बॉडी में कमफर्टेबल महसूस नहीं करती थी। वह 15 साल की थी जब उसे एहसास हुआ कि उसे पुरुषों में दिलचस्पी है। अपनी पहचान को लेकर असमंजस में पड़ी सायशा ने इलाज कराने का फैसला किया। हालांकि, सायशा के लिए यह सफर आसान नहीं था, जिसने खुद को खोजने में लगभग 20 साल लगा दिए। आखिरकार उन्होंने 40 साल की उम्र में ट्रांसवुमन बनने का एक बड़ा फैसला किया।

लॉक अप के करेंट एपिसोड में, सायशा ने उस वक्त को याद किया जब वह सर्जरी से गुजरने के बारे में कुछ सलाह लेने के लिए मनोचिकित्सकों के पास गई थी। अपने फ्रेंडस् के साथ बात करते हुए बताया कि, "मैं बहुत "हट्टा कट्टा टाइप" थी। तो पहले तीन मनोचिकित्सकों ने मुझसे कहा, "ये तुम क्या कर रहे हो, यह गलत है। आप बहुत तेजतर्रार हैं, हैंडसम हैं, आपको इससे गुजरने की जरूरत नहीं है। यह सिर्फ एक फेज है, ये तो निकल जाएगा। कन्वर्जन थेरेपी भी बन्द करवा रहे हैं।”

अपने बदलाव के बारे में बात करते हुए, सायशा ने खुलासा किया कि ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी के दौरान उनका परिवार कितना सपॉर्टिव था। उन्होंने कहा, "डैड खुश थे और बहुत सपॉर्टिव थे। मां को इसके बारे में सोचने में एक दिन लगा लेकिन अंत में इसे स्वीकार कर लिया। एक दिन बाद, उन्होंने मुझे फोन किया और मेरे लिए नाम सुझाए। मैं बहुत खुशनसीब हूं, उन्होंने मेरे फैसले को सम्मानपूर्वक स्वीकार किया। मुझे एक चचेरे भाई की शादी में इंवाइट किया गया था और मेरे परिवार ने मुझे नहीं देखा था। शादी में पूरा "शादी का हॉल" घूम गया और देखने लगा। सबने मेरा बहुत गर्मजोशी से वेलकम किया। मेरे चाचा ने अपनी बेटी को फोन किया और मेरे साथ उसकी फोटो क्लिक कराईं। मैं सचमुच थैंकफुल हूं।"

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