Birthday special : मौत के बाद स्मिता पाटिल की 10 फिल्में हुई थीं रिलीज
Birthday special : मौत के बाद स्मिता पाटिल की 10 फिल्में हुई थीं रिलीज
डिजिटल डेस्क,मुंबई। स्मिता पाटिल हिंदी सिनेमा की एक ऐसी कलाकार रहीं हैं, जिन्होंने अपने 10 साल के करियर में ज्यादातर सीरियस रोल ही किए। स्मिता ने उस दौर में कई आर्ट फिल्मों में भी काम किया। उस दौर में आर्ट फिल्मों का क्रेज कुछ कम था और उन फिल्मों के कलाकारों को कम ही पहचान मिलती थी, लेकिन स्मिता खुशकिस्मत अदाकाराओं में शामिल थीं जिन्हें पहचान भी मिली और दर्शकों का प्यार भी मिला। उन्होंने समानांतर सिनेमा के साथ-साथ कमर्शियल सिनेमा भी शोहरत हासिल की है। उनके अभिनय की छाप कुछ ऐसी थी कि हर निर्माता-निर्देशक उनके साथ काम करना चाहता था। सांवले रंग और आंखों से बोलने वाली स्मिता ने कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए।
17 अक्टूबर 1955 को जन्मी स्मिता पाटिल का आज 62वां जन्मदिन हैं। उनके जन्मदिन पर जानेंगे उनके जीवन के कुछ और पहलुओं को...
-स्मिता पाटिल के पिता शिवाजी राय पाटिल महाराष्ट्र सरकार में मंत्री थे जबकि उनकी मां एक समाज सेविका थी। केवल 10 साल के अपने करियर में 70 फिल्में करने वाली इस अभिनेत्री ने महज 31 वर्ष की उम्र में 13 दिसंबर 1986 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
-स्मिता जब महज 16 साल की थीं तभी वो न्यूज रीडर की नौकरी करने लगी थीं। आपको बता दें, खबर पढ़ने के लिए स्मिता दूरदर्शन में जींस पहन कर जाया करती थीं लेकिन, जब उन्हें न्यूज पढ़ना होता तो वो जींस के ऊपर से ही साड़ी लपेट लेतीं।
-स्मिता ने पूणे के फिल्म और टेलीविजन इंस्टिट्यूट से एक्टिंग का कोर्स भी किया और हिंदी सिनेमा में साल 1975 में आई चरणदास चोर से फिल्मी करियर की शुरुआत की।
-निर्देशक श्याम बेनगल ने स्मिता को न्यूज पढ़ते समय देखा और स्मिता को 2 फिल्में ऑफर कर दीं। वो फिल्में थीं "चरणदास चोर" और "निशांत" जो सफल रहीं।
-स्मिता पाटिल अपने समय की हॉट एक्ट्रेस थीं जो साड़ी में भी कमाल कर जाती थीं। इन्होंने अमिताभ बच्चन, ओमपुरी, कुलभूषण खरबंदा और राज बब्बर के साथ कुछ हॉट सीन भी दिए।
-स्मिता पाटिल, शबाना आजमी और दीप्ति नवल बहुत अच्छी दोस्त रही हैं। इन्होंने कई फिल्मों में साथ काम किया।
-स्मिता ने अपने फिल्मी करियर में करीब 70 फिल्मों में काम किया था। जिनमें से मिर्च मसाला, अर्थ, नमक हलाल, मंथन, शक्ति, वारिस, अमृत, डांस-डांस, गिद्ध, अनोखा रिश्ता, दर्द का रिश्ता और सदगती जैसी बेहतरीन फिल्में थीं।
-उनकी फिल्म सुबह, बाजार, भींगी पलकें, अर्थ, अर्धसत्य और मंडी जैसी कलात्मक फिल्में और दर्द का रिश्ता, कसम पैदा करने वाले की, आखिर क्यों, गुलामी, अमृत, नजराना और डांस-डांस जैसी व्यावसायिक फिल्में प्रदर्शित हुयीं जिसमें स्मिता पाटिल के अभिनय के विविध रूप दर्शकों को देखने को मिले। साल 1985 में स्मिता पाटिल की फिल्म "मिर्च मसाला" प्रदर्शित हुई। इन सभी फिल्मों में उनके अभिनय को खूब सरहाना मिली।
-स्मिता को उनकी फिल्म चक्र और भूमिका के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवार्ड मिला। इसके अलावा फिल्मफेयर और पद्मश्री अवार्ड भी हासिल कर चुकी थीं।
फिल्म "आज की आवाज" में राज बब्बर और स्मिता पाटिल ने साथ काम किया था। उसके बाद इन दोनों का अफेयर शुरू हुआ लेकिन स्मिता की मां ने उनके और राज को रिश्ते को नकार दिया था। राज बब्बर की पहली शादी नादिरा बब्बर से हुई थी और उन्हें एक बेटा और बेटी भी थे।
-1986 में राज बब्बर ने घर छोड़कर स्मिता से शादी की थी. स्मिता ने 28 नवंबर 1986 को बेटे प्रतीक बब्बर को जन्म दिया था। उसी साल 13 दिसंबर को स्मिता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
-वायरल इन्फेकशन की वजह से स्मिता को ब्रेन इंफेकशन हो गया था। वो अपने बच्चे को छोड़कर हॉस्पिटल जाने को भी तैयार नहीं होती थीं।
-इंफेक्शन ज्यादा हो जाने की वजह से उन्हें मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। भर्ती कराने के 24 घंटे में स्मिता के बॉडी पार्ट्स एक के बाद एक बंद होने लगे और 13 दिसंबर 1986 को उनकी मौत हो गई।
-स्मिता को निधन के बाद दुल्हन की तरह सजाया गया था, क्योंकि उन्होंने कहा था कि उनके मरने के बाद उन्हें इसी तरह तैयार कर दुनिया से विदा किया जाए।
-डेथ के बाद उनकी 10 फिल्में रिलीज हुईं। "गलियों का बादशाह" उनकी आखिरी फ़िल्म थी। साल 1988 में उनकी फिल्म वारिस प्रदर्शित हुई जो स्मिता पाटिल के सिने कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है।