लंदन मैडम तुसाद म्यूजियम: जानिए क्या है इतिहास, यहां सजेगा राम चरण का मोम का पुतला! इससे पहले लग चुका है इन सितारों का स्टैच्यू
- जानिए क्या है लंदन मैडम तुसाद का इतिहास
- जहां सजेगा राम चरण का मोम का पुतला!
- इससे पहले लग चुका है इन सितारों का स्टैच्यू
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लंदन मैडम तुसाद इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। लंदन के मैडम तुसाद में हॉलीवुड और बॉलीवुड के तमाम सुपरस्टार्स के मोम के पुतले सजाए जाते हैं। जिनमें अमिताभ बच्चन से लेकर करीना कपूर खान, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, ऋतिक रोशन और प्रियंका चोपड़ा के अलावा भी कई भारतीय स्टार्स शामिल हैं। वहीं खबरें हैं कि,जल्द ही पैन इंडिया स्टार राम चरण का भी मोम का पुतला लंदन के मैडम तुसाद में सजाया जाएगा। लंदन मैडम तुसाद म्यूजियम काफी फेमस म्यूजियम है जहां लोग अपने पसंदीदा स्टार्स के स्टैच्यू के साथ फोटो क्लिक करवाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, मैडम तुसाद कौन हैं और इस म्यूजियम का इतिहास क्या है? अगर नहीं तो आपके इन सारे सावलों के जबाव आपको यहां मिल जाएंगे-
यह भी पढ़े -बॉलीवुड स्टार जान्हवी कपूर फूड पॉइजनिंग के बाद अस्पताल में भर्ती
कौन है मैडम तुसाद
मैरी ग्रोसहोल्ट्ज उर्फ मैडम तुसाद का जन्म 1761 में स्ट्रेसबर्ग में हुआ। उनके जन्म के दो महीने बाद ही, सात वर्ष तक चले लंबे युद्ध के दौरान उनके सैनिक पिता की मौत हो गई थी। मां ने ही उसे पाला। वे डॉ. फिलिप कुर्टियस नाम के डॉक्टर के यहां हाउस-कीपर का काम संभालती थीं। डॉ. कुर्टिसको मॉडलिंग मोम से पुतले बनाने में माहिर थे। मां के साथ मैरी का डॉ कुर्टियस के घर अक्सर आना-जाना रहता था। वैक्स के काम में मैरी की इच्छा देखकर बहुत छोटी उम्र से ही धीरे-धीरे उन्होंने उसे मोम की मूर्ती बनाने की तकनीकों को सिखाया। जल्दी ही वह उस दौर की जानी-मानी हस्तियों जैके पुतले बनाने में माहिर हो गई।
मोम की इस कला के साथ अपना करिअर आगे बढ़ाने के लिए 1765 में डॉ. फिलिप पेरिस आ गए। कुछ ही समय बाद मैरी और उसकी मां भी उनके पास पेरिस आ गए। 1770 में जब डॉ. फिलिप ने अपने बनाए मोम के पुतलों की पहली प्रदर्शनी लगाई तो उसे देखने के लिए उम्मीद से कहीं ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हुई। 1778 में मैरी ने पहला मोम का पुतला बनाया। धीरे- धीरे डॉ. फिलिप के साथ जुड़ी मैरी के काम की शोहरत भी दूर-दूर तक पहुंच रही थी। जल्दी ही फ्रांस के राजा लुई xvi की बहन एलिजाबेथ ने मैरी को अपने महल में रहकर अपनी कला को निखारने के लिए बुलाया। इसी दौरान मैरी की मुलाकात नेपोलियन समेत फ्रांस के बहुत से चर्चित लोगों से भी हुई। 1794 में फ्रंसीसी क्रांती समाप्त हुई जिसमें डॉ. फिलिप की मौत हो गई। इसके बाद उनके काम कौ मैरी ने संभाला और 1795 में उसने फ्रांकोइस तुसाद से शादी करती जिसके बाद उनका नाम मैडम तुसाद पड़ गया। 1835 में उन्होंने लंदन आकर अपना पहला म्यूजियम खोला। वहीं म्यूजियिम आज भी मैडम तुसाद के नाम से मौजूद है। 1850 में मैडम तुसाद का निधन हो गया था।
मैडम तुसाद में बने हैं इन सेलिब्रिटी के वैक्स स्टैच्यू
बता दें कि, आज मैडम तुसाद म्यूजियम नीदरलैंड, लास वेगास, न्यूयॉर्क, हांगकांग, शंघाई, वाशिंगटन समेत कई देशों में मौजूद हैं। बॉलीवुड और साउथ के कई ऐसे स्टार्स हैं, जिनके वैक्स स्टैच्यू आज मैडम तुसाद में मौजूद हैं। अलग-अलग जगहों के मैडम तुसाद म्यूजियम में अलग-अलग स्टार्स के स्टैच्यू हैं। जैसे सिंगापुर के मैडम तुसाद म्यूजियम में श्रीदेवी का वैक्स स्टैच्यू बनाया गया था। सिंगापुर और दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में अमिताभ बच्चन का वैक्स स्टैच्यू मौजूद है। इसके अलावा काजोल, महेश बाबू, काजल अग्रवाल, प्रियंका चोपड़ा, शाह रुख खान, अनुष्का शर्मा, वरुण धवन, अल्लू अर्जुन, करीना कपूर, ऋतिक रोशन समेत कई स्टार्स शामिल हैं।