अलविदा 'उधास': 'थोड़ी थोड़ी पिया करो' से लेकर 'जिएं तो जिएं कैसे' तक, पंकज उधास की खूबसूरत आवाज से सजी 5 गजलें आज भी हैं लोकप्रिय
- मशहूर गायक पंकज उधास ने दुनिया को कहा अलविदा
- उनकी गाई गजलें आज भी हैं महफिलों की शान
- 'न कजरे की धार' गाने को आज भी गुनगुनाते हैं लोग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनोरंजन जगत से आज बेहद बुरी खबर सामने आई है। लीजेंड्री सिंगर पंकज उधास ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन से म्यूजिक और फिल्म इंडस्ट्री समेत उनकी गजलों के दीवाने आम आदमी भी सदमे में आ गए हैं। खूबसूरत आवाज का धनी यह मशहूर सिंगर लंबे समय से कैंसर से पीड़ित था। उनके निधन से म्युजिक जगत में एक ऐसा खालीपन आया है जो शायद ही कभी भर पाएगा। एक जमाना ऐसा था जब उनकी मधुर आवाज में गाया गाना या गजल महफिल में चार चांद लगा दिया करते थे। खास शराब पीने पिलाने को वह इस अंदाज में बयां करते थे कि सुनने वाले उनके दीवाने हो जाया करते थे। आज पंकज भले ही हमारे बीच मौजूद नहीं हैं मगर अपनी मखमली आवाज के जरिए वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
आइए आपको रुबरु कराते हैं उनके द्वारा गाई 5 बेहतरीन गजलों से जो आने वाले कई सालों तक महफिल की शान बनी रहेंगी।
थोड़ी थोड़ी पिया करो
पंकज उधास की यह गजल शायद ही कोई होगा जिसने न सुनी हो। 'थोड़ी थोड़ी पिया करो' गजल साल 1997 में आई फिल्म नशा की है। इस गज़ल के खूबसूरत बोल लिखे थे गीतकार एस राकेश ने। शराब पीने के शौकीनों के बीच यह गजल अब भी उतनी ही लोकप्रिय थी जितनी 26 साल पहले थी।
एक तरफ उसका घर, एक तरफ मयकदा
एक ऐसा जमाना था जब पंकज उधास एक के बाद ऐसी गजलें लाते थे जो शराब पीने वालों के बीच काफी लोकप्रिय होती थी। एक ऐसी ही गजल थी 'एक तरफ उसका घर, एक तरफ मयकदा'। इस गजल को पंकज उधास ने अपनी मखमली आवाज में ऐसा गाया था कि रिलीज के इतने दिनों बाद भी इसको सुनने वालों की संख्या घटने की बजाए बढ़ी है।
चिट्ठी आई है, आई है
पंकज उधास की यह गजल 1986 में आई संजय दत्त की सुपरहिट मूवी नाम की है। इस गज़ल को पंकज की गाई सबसे शानदार गजलों में से एक माना जाता है।
जिएं तो जिएं कैसे
पंकज उधास की यह गज़ल साल 1991 में आई सुपरहिट मूवी साजन की है। यह गजल उस समय एकतरफा प्यार करने वाले और प्यार में धोखा खाने वाले युवकों के बीच खासी लोकप्रिय हुई थी। पंकज उधास की बेहतरीन आवाज में गाई हुई इस सदाबहार गजल को आज भी कई लोग गुनगुनाते हैं।
ना कजरे की धार
'ना कजरे की धार' गजल 1994 में रिलीज हुई अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी की फेमस मूवी 'मोहरा' का है। इस गाने को भी पंकज उधास ने अपनी खूबसूरत आवाज में गाया था। इस गाने को आज भी देश के कई हिस्सों खासकर यूपी-बिहार में सुना और गुनगुनाया जाता है।