महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: कॉन्फिडेंस या ओवर कॉन्फिडेंस! माहिम सीट पर चुनाव प्रचार में शिवसेना (UBT) की दिलचस्पी नहीं, उद्धव ठाकर ने बताई वजह
- चुनाव प्रचार न करने के पीछे बताई वजह
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल चुनावी रैली से लेकर प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। लेकिन राज्य की सबसे हॉट सीटों में से एक माहिम सीट पर चुनाव प्रचार को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बड़ा दिया है। उन्होंने कहा है कि माहिम सीट पर उनकी पार्टी के कैंडिडेट के लिए प्रचार की आवश्यकता नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह निर्वाचन क्षेत्र उनकी पार्टी का है। इस सीट पर शुरुआत से ही शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर महेश सांवत को मैदान में उतारा गया है।
बता दें, महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए माहिम सीट से मनसा के टिकट से राज ठाकरे के बेटे अमित और शिवसेना (शिंदे गुट) से सदानंद सरवणकर के बीच सीधा मुकाबला है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि समय के अभाव के चलते राज्य की हर एक विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली में शामिल हो पाना मुश्किल है।
शिवसेना चीफ ने बताया कि दादर के शिवाजी पार्क में 17 नवंबर को चुनावी सभा करने की अनुमति के संबंध में प्राधिकारियों से बातचीत हुई थी। बता दें, महिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शिवाजी पार्क आता है।
अमित ठाकरे का पहला चुनाव
मालूम हो कि माहिम विधानसभा सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के टिकट पर अमित ठाकरे अपना पहला चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इस सीट पर उद्धव गुट की शिवसेना से महेश सांवत और एकनाथ शिंदे की शिवसेना से मौजूदा विधायक सरवणकर आमने-सामने हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, "मुझे माहिम में प्रचार करने की आवश्यकता नहीं है। यह मेरा निर्वाचन क्षेत्र है। यह शिवसेना का निर्वाचन क्षेत्र है।"
माहिम सीट पर सियासी मुकाबला
माहिम सीट में शिवाजी पार्क के अलावा दादर जैसे इलाके भी आते हैं। यह सीट शिवसेना (शिंदे गुट), शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के लिहाज से काफी मायने रखती है। वो इसलिए क्योंकि माहिम में ही शिवसेना (अविभाजित) और मनसे का गठन हुआ था। इस सीट पर 2009 को हटा दें तो बीते 40 सालों से शिवसेना का ही दबदबा रहा है। साल 2009 में माहिम सीट पर मनसे ने चुनाव जीता था।
उद्धव ठाकरे ने कहा, "मुंबई में एक रैली (बीकेसी में महा विकास आघाडी की रैली छह नवंबर को ) तथा एक और रैली 17 नवंबर को होगी। मैं मुंबई के बाहर प्रचार कर रहा हूं क्योंकि मुझे मुंबई के लोगों पर भरोसा है (कि वे उनकी पार्टी का समर्थन करेंगे)।" उद्धव ठाकरे ने हर निर्वाचन क्षेत्र में रैली न कर पाने के लिए समय का अभाव बताया है।
शिवसेना चीफ ने आगे कहा, "अगर मैं किसी निर्वाचन क्षेत्र में नहीं जा रहा हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उसे नजरअंदाज कर रहा हूं। अगर मैं हर दिन चार-पांच रैलियों को भी संबोधित करता हूं तो भी मैं सभी निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं जा सकता। यात्रा में लगने वाले समय और चिलचिलाती धूप जैसे कारकों को देखते हुए, मुझे नहीं लगता कि एक दिन में चार से अधिक रैलियां करना संभव है।"