महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: शरद पवार के इस नेता ने बढ़ाई डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की मुश्किलें, आत्मकथा में ED से लेकर एंटिलिया केस का किया जिक्र
- महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने है विधानसभा चुनाव
- एनसीपी (शरद गुट) नेता ने अपनी आत्मकथा में लगाए आरोप
- डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से लेकर मुकेश अंबानी तक साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव शुरू होने में एक महीन से कम का समय बचा है। इसके लिए राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। इस बीच शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के नेता अनिल देशमुख अपनी आने वाली आत्मकथा को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। इसके बाद सूबे में सियासी पारा चढ़ गया है। दरअसल, उनकी जीवनी पर आधारित इस बुक के कवर पेज का अनावरण महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले किया गया है। इस बुक में अनिल देशमुख ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोपों से लेकर एंटीलिया केस, ईडी केस समेत अपने विरोधियों के आरोपों के बारे में जिक्र किया है।
किताब में कई चीजों का किया जिक्र
एनसीपी (शरद गुट) के नेता के मुताबिक, तत्कालीन गृह मंत्री रहते हुए उन्होंने पर्दे के पीछे की कहानी को अपनी किताब में बयां किया है। अनिल देशमुख ने इस बुक का टाइटल 'डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर' दिया है। इस बारे में एनीसीपी नेता ने एक्स पर ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, "हर सुर्खी के पीछे एक गहरी कहानी छिपी होती है- मेरी रोमांचक राजनीतिक आत्मकथा में छुपे चौंकाने वाले सच को जानिए। मेरे किताब का कवर पेज साझा कर रहा हूं।"
बुक के कवर पेज के डिस्क्रिप्शन के बारे में लिखा गया है, "डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर एक रोमांचक आत्मकथा है, जिसमें वरिष्ठ राजनीतिक नेता अनिल देशमुख ने अपने जीवन के सबसे चुनौतिपूर्ण दौर का खुलासा किया है। इस संघर्षगाथा की शुरुआत उस वक्त होती है, जब कोविड काल में मुकेश अंबानी के घर के सामने विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था।"
बुक में आगे लिखा गया है, "महाराष्ट्र के गृह मंत्री के रूप में देशमुख ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, लेकिन उन्हें एक ऐसी राजनीतिक साजिश में फंसाया गया। जहां भ्रष्ट पुलिसकर्मी, विपक्षी दल और केंद्रीय एजेंसियों ने उन्हें निशाना बनाया।"
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर लगाए आरोप
अनिल देशमुख ने अपनी बुक में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा करते हुए लिखा, "मुझ पर उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे, अजित पवार और अनिल परब के खिलाफ फर्जी हलफनामा दाखिल करने का दबाव बनाया गया। मुझे इस बात का अहसास हुआ कि फडणवीस विपक्षी नेताओं का करियर खत्म करने और फर्जी हलफनामा दाखिल करने के लिए मेरा इस्तेमाल करना चाहते हैं।"
इसके बाद एनीसीपी (शरद गुट) के नेता ने आगे लिखा, "'मैंने देवेंद्र फडणवीस के मेसेंजर से कहा कि जाकर उन्हें बता दो कि मैं किसी के खिलाफ झूठे आरोप नहीं लगाऊंगा। मैं बाकी बची जिंदगी जेल में बिता लूंगा, लेकिन मैं ऐसे फर्जी आरोप लगाने के लिए नहीं गिरूंगा।''