बैंक ऑफ बड़ौदा टर्म लोन में करोड़ों का फर्जीवाड़ा आरोपी गिरफ्तार
बैंक ऑफ बड़ौदा टर्म लोन में करोड़ों का फर्जीवाड़ा आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क करेली। बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक में गत वर्ष 2018 को टर्म लोन और फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक उपभोक्ताओ के साथ हुए फर्जीवाड़ा के बहुचर्चित मामले में पुलिस ने तत्कालीन बैंक मैनेजर अनवेश मिश्रा को धरदबोचा। पूछताछ के बाद फरार आरोपी को न्यायालय में पेश कर दो दिन की रिमांड पर रखा है ज्ञात हो कि 17 जून 2018 को बैंक ऑफ बडौदा में टर्म लोन का बड़ा फर्जीवाड़ा बैंक मैनेजर, असिस्टेंड मेनेजर, गोल्ड लोन सर्वेयर सहित सराफा व्यापारी को आरोपी बनाया था जिसमें हर्षित लूनावत और असिस्टेड मैनेजर को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर चुकी थी एवं अर्चना लूनावत को जमानत पर था।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र उपाध्याय और संदीप यादव की शिकायत के बाद से मामला प्रकाश में आया था जिसके बाद लगातार छानबीन में यह मामला लाखों से करीब 20 करोड़ के ऊपर पहुंच गया है अब तक की छानबीन में पुलिस ने दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की है जिसमें फर्जी दस्तावेज और हस्ताक्षर कर 15 मामलों में 1 करोड़ से अधिक का लोन दिया गया है। वहीं एक ही परिवार के नाम 34 मामले में 3 करोड़ से अधिक का लोन दिया गया है। इसके अलावा फर्जी फर्म और कोटेशन के नाम पर 27 मामले में करीब 2 करोड से अधिक का फर्जी तरीके लोन दिया गया है।
खंगाले जा रहे दस्तावेज-
थाना प्रभारी अनिल सिंघई ने बताया कि इस बैंक के घोटाले में दर्जनों लोगों को लोन फर्जी तरीके से दिया गया है जिसमें फर्जी फर्म, फर्जी कोटेशन, फर्जी दस्तावेजों का भी उपयोग किया गया है। वही लोन लेने के बाद ज्यादातर यूनिट और उद्योग लगाये ही नही गये जिसके चलते बैंक के 2017, 2018, 2019 के स्वीकृत केसों की छानबीन पुलिस कर रही है इसके अलावा पूरे मामले को मनी लॉर्डिंग के तौर पर खंगाला जा रहा है। जिसमें कई चीजें और निकलकर आयेंगी फिलहाल फरार आरोपी अनवेश मिश्रा को पकड़कर न्यायालय भेजा गया है।