क्रिकेट: 'द्रविड़, शाह और अगरकर से मिली छूट से बने वर्ल्ड चैंपियन', बोले कप्तान रोहित शर्मा
- कप्तान रोहित शर्मा बने बेस्ट मेन्स इंटरनेशनल क्रिकेटर
- बताई टीम इंडिया के विश्व चैंपियन बनने की कहानी
- द्रविड़, शाह और अगरकर को दिया जीत का क्रेडिट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को विश्व विजेता बनने के बारे में बात करते हुए कहा कि टीम को पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़, सेलेक्शन कमिटी के अध्यक्ष अजित अगरकर और BCCI के सचिव जय शाह ने रिजल्ट की चिंता किए बिना उन्हें पूरी छूट दी। जिसके चलते हम लोग टी-20 में वर्ल्ड चैंपियन बने।
रोहित को 21 अगस्त को एक क्रिकेट अवॉर्ड शो में साल का बेस्ट इंटरनेशनल मेन्स क्रिकेटर चुने जाने के बाद ये बात कही। उन्होंने कहा, 'मेरा सपना था कि बिना रिजल्ट और आंकड़ों की चिंता किए बिना इस टीम को बदलूं। टीम में एक ऐसा माहौल तैयार करूं जहां, खिलाड़ी मैदान पर बिना कुछ चिंता किए खुल कर खेल सकें। इसके लिए मुझे सपोर्ट की जरूरत थी।'
उन्होंने आगे कहा ये सपोर्ट उन्हें तीन स्तंभों द्रविड़, जय शाह और अगरकर से मिली। एक कप्तान के रूप में मैंने जो किया वह मेरे लिए अहम था और निश्चित रूप से उन खिलाड़ियों को भी नहीं भूलना चाहिए जो अलग- अलग समय पर आए ओर टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अपना योगदान दिया।
'जो सही बैट लगता है उससे खेलता हूं'
रोहित शर्मा ने आगे कहा, 'मेरे लिए बल्ले का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने बहुत से लोगों को देखा है जो 'बल्ले में कितने दाने हैं', 'बल्ले का वजन कितना है' और 'यह बाहर से कैसा दिखता है' के बारे में बहुत सोचते हैं, लेकिन मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं। मैं बल्ला उठाता हूं और अगर मुझे लगता है कि यह सही बल्ला है, तो मैं उसी से खेलता हूं।'
रोहित ने कहा कि टी-20 वर्ल्डकप जीतने से उनकी महत्वकांक्षा बढ़ी है। एक बार जब आप कुछ हासिल कर लेते हैं तो आगे आप और कुछ बड़ा हासिल करना चाहते हो। आप रुकना नहीं चाहते। ये मैं सोचता हूं और मुझे उम्मीद है टीम के अन्य खिलाड़ियों की भी यही सोच है।
बता दें कि इस साल जून में अमेरिका-वेस्ट इंडीज की संयुक्त मेजबानी में खेले गए टी-20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर खिताब अपने नाम किया था।