हितों के टकराव के मामले में फंस सकते हैं विराट, जिस कंपनी में निवेशक और ब्रांड एंबेसडर, वही BCCI की किट स्पॉन्सर
हितों के टकराव के मामले में फंस सकते हैं विराट, जिस कंपनी में निवेशक और ब्रांड एंबेसडर, वही BCCI की किट स्पॉन्सर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली हितों के टकराव के मामले में फंसते दिख रहे हैं। विराट कोहली ने फरवरी 2019 में जिस कंपनी में निवेश किया था, वो अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) का ऑफिशियल किट स्पॉन्सर है। ऐसे में हितों के टकराव का मसला उठ सकता है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोहली को फरवरी 2019 में गैलेक्टस फनवेयर टेक्नॉलजी प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने 33.32 लाख रुपये के बदले कम्पलसरी कन्वर्टेबल डेबेन्चर्स (CCD) दिए थे। कोहली को 10 रुपये की फेस वैल्यू वाली 68 CCD दी गई थी। हर CCD के प्रीमियम के तौर पर कोहली ने 48,990 रुपये (कुल 33.32 लाख) चुकाए थे। 10 साल के बाद यह CCD इक्विटी शेयर्स में बदल जाएंगी। यानी 68 CCD के बदले कोहली के पास 68 शेयर होंगे और कोहली इस कंपनी में 0.051 परसेंट के हिस्सेदार हो जाएंगे।
कोहली को यह CCD देने वाली कंपनी ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) की मालिक है। 17 नवंबर, 2020 को BCCI ने MPL स्पोर्ट्स को इंडियन क्रिकेट टीम का नया किट स्पॉन्सर और ऑफिशल मर्चेंडाइज पार्टनर बनाया। इस कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, सीनियर पुरुष, महिला और अंडर-19 टीमें अब MPL लिखी जर्सियां पहनेंगी। मौजूदा ऑस्ट्रेलिया टूर से यह कॉन्ट्रैक्ट शुरू हुआ है। विराट कोहली जनवरी 2020 से MPL के ब्रांड अम्बेसडर हैं।
फरवरी 2019 में कोहली को गैलेक्टस कंपनी ने सीसीडी जारी किए थे तो उन्होंने कॉर्नरस्टोन स्पोर्ट एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भी 16.66 लाख रुपये के 34 सीसीडी जारी किए थे। कॉर्नरस्टोन के CEO अमित अरुण सजदेह दो अन्य लिमिटेड फर्म मैगपाई वेंचर पार्टनर्स LLP और विराट कोहली स्पोर्ट्स LLP में कोहली के पार्टनर हैं।
एक अधिकारी ने कहा, यह एक बहुत छोटा, निवेश प्रतीत होता है और एमपीएल को अधिकार मिलने से डेढ़ साल पहले किया गया था। यह साबित करना मुश्किल है कि क्या वह जानते थे कि यह कंपनी बीसीसीआई की किट में निवेश करेगी। 0.051 प्रतिशत हिस्सेदारी भी उन्हें बहुत प्रभावित नहीं करती है और कंपनी में कोई भी निदेशक / मालिक सह-मालिक नहीं है या कोहली के साथ किसी अन्य कंपनी के सह-निदेशक हैं।