टाइटन्स बनाम रॉयल्स, आज मिलेगा सीजन का विजेता
आईपीएल 2022 टाइटन्स बनाम रॉयल्स, आज मिलेगा सीजन का विजेता
- गुजरात के निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज है लाजवाब
- बटलर को कैसे रोकेगी गुजरात
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। 64 दिन, 74 मैच, छक्के, चौके, विकेट, हार, जीत, चोटे एवं तमाम तरह की मुश्किलें लेकिन आखिरकार जोश और जूनून से लबरेज यह महाकुंभ इस साल अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच ही गया, आज अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर एक टीम इतिहास के पन्नो में दर्ज हो जाएगी, गुजरात टाइटन्स और राजस्थान रॉयल्स कौन इस साल इस चमचमाती ट्रॉफी पर अपना नाम दर्ज कराएगी, इसका फैसला शाम को हो ही जाएगा लेकिन उससे पहले एक नजर डालते है किस टीम का इस महामुकाबले में पलड़ा भारी है -
टाइटन्स ने अपने पहले सीजन में फाइनल में जगह बनाई है जबकि 2008 के बाद यह पहली बार है जब रॉयल्स खिताब के लिए लड़ेंगे। हालांकि, गुजरात का पलड़ा थोड़ा सा भारी है क्योंकि मौजूदा सीजन के दोनों मुकाबलो में उसने राजस्थान पर फतह हासिल की है।
टाइटंस को अपनी टीम में ऑलराउंडरों की मौजूदगी से फायदा हुआ है, जबकि रॉयल्स पूरे टूर्नामेंट में छह बल्लेबाज पांच गेंदबाज रणनीति के साथ गई है। फिर भी, गेंदबाजी दोनों पक्षों का मजबूत पक्ष है।
आइये कुछ ऐसे फैक्टर्स पर एक नजर डालते हैं जो फाइनल में अहम भूमिका निभा सकते हैं -
क्या होगी टॉस की भूमिका?
जनवरी 2021 से अहमदाबाद ने 18 टी20 मैचों की मेजबानी की है, जहां केवल दो बार एक टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुना है। कुल मिलाकर, पीछा करने वाली टीमों ने 12 मैचों जीत हासिल की है। शेष छह मैचों में, पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 170 से अधिक का स्कोर बनाया। थोड़ी बड़ी बाउंड्री और ओस पड़ने की संभावना के साथ, जो भी रविवार को पहले बल्लेबाजी करेगा, वह कम से कम 170 रन बनाना चाहेगा।
हालांकि, टॉस के मामले में सैमसन थोड़ा सा बदकिस्मत रहे है। उन्होंने 16 मैचों में 13 टॉस गंवाए हैं। हालांकि, उन्होंने पिछले मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ क्वालीफायर 2 में एक महत्वपूर्ण टॉस जीता।
पॉवरप्ले का पूर्ण सदुपयोग
मुकाबले की दोनों पारियों में पावरप्ले महत्वपूर्ण होगा। शुरुआती दौर में गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों के साथ, यह महत्वपूर्ण है कि बल्लेबाजी करने वाली टीम रनगति के साथ-साथ विकेट बचाकर खेले क्योंकि दोनों टीमों के पास परिस्थितियों का फायदा उठाने के लिए बेहतरीन गेंदबाज मौजूद हैं। गेंदबाजी के लिहाज से पावरप्ले में गुजरात सर्वश्रेष्ठ टीम है, उसके बाद राजस्थान है। टाइटंस ने पावरप्ले में 26.69 की औसत से 26 विकेट लिए हैं, जबकि रॉयल्स ने 27.38 की औसत से 24 विकेट चटकाए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि बल्लेबाज शुरुआती ओवरों में ट्रेंट बोल्ट और मोहम्मद शमी का सामना कैसे करते है।
स्पिनरों का दबदबा
टूर्नामेंट में स्पिन के खिलाफ दोनों ही टीमों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया हैं, जहां रॉयल्स ने 136.72 वहीं टाइटन्स ने 125.34 के स्ट्राइक रेट से स्पिनर्स को आड़े हाथों लिया है। हालांकि, दोनों टीमों में तीन विश्वस्तरीय स्पिनर्स मौजूद है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि बल्लेबाज उन्हें कैसे खेलते है।
टाइटंस और रॉयल्स ने एक-दूसरे के खिलाफ खेले गए दो मैचों में, रॉयल्स ने राशिद को सुरक्षात्म ढंग से खेला है, जहां उनके 8 ओवरों में टीम ने मात्र 39 रन बनाए और उन्हें कोई विकेट नहीं दिया, लेकिन टाइटंस ने अश्विन और युजवेंद्र चहल पर अपना दबदबा कायम रखा। टाइटंस के बल्लेबाजों ने रॉयल्स के खिलाफ स्पिन की 102 गेंदों में सिर्फ तीन विकेट खोकर 144 रन बनाए। इनमें से अस्सी रन बाउंड्री पर आए।
उधर, युजवेंद्र चहल पिछले दो मैचों से विकेट नहीं ले पाए है, जबकि उन्होंने अपने आठ ओवरों में 77 रन दिए है।
बटलर को कैसे रोकेगी गुजरात?
जोस बटलर ने मौजूदा सीजन में बाकमाल प्रदर्शन किया है, जहां उन्होंने 16 मैचों में 58.86 की औसत और 151.47 के स्ट्राइक-रेट से 824 रन बनाए है और चार शतकों के साथ उन्होंने एक सीजन में सबसे ज्यादा शतकों के मामले में विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है, फाइनल में वह अगर 150 रन बना लेते है तो एक सीजन में सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा रन (विराट कोहली - 973) का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। फिलहाल ऑरेंज कैप जोस बटलर के सिर पर है।
गुजरात के निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज है लाजवाब
एक बेहतरीन ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की अगुवाई में टीम ने क्रिकेट के मैदान से लंबे समय तक दर्शकों को याद रखने वाले पल दिए। पंजाब के खिलाफ राहुल तेवतिया के आखिरी दो गेंदों पर दो छक्के वहीं राशिद खान द्वारा सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आखिरी गेंद पर लगाए गए छक्के ने विपक्षी टीमों के जबड़े से मैच छीन लिया था।
दरअसल, गुजरात की टीम के पास हार्ड-हिटर्स की फौज है, जो कहीं से भी मैच निकालने का दमखम रखते है। गुजरात का प्रदर्शन मौजूदा टूर्नामेंट में अपेक्षाओं से भी परे रहा, टीम की इस सफलता में हर एक खिलाड़ी ने अहम योगदान दिया है। लेकिन टाइटन्स के खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है। सिर्फ हार्दिक और रिद्धिमान साहा ने बल्लेबाजी के दौरान कंसिस्टेंसी दिखाई है।
उधर, किलर- मिलर का आईपीएल सीजन अब तक का सबसे अच्छा रहा है। उन्होंने 64.14 की औसत और 141.19 के स्ट्राइक रेट से 449 रन बनाए हैं।
पिछले मुकाबले मिलर के द्वारा खेली गई 38 गेंदों पर ताबतोड़ 68 रन की पारी को रॉयल्स कैसे भूल सकती है, फाइनल में जगह बनाने के लिए इस पारी की वजह से ही राजस्थान को एक्स्ट्रा मैच खेलना पड़ा है।
तो सवाल यहीं है ऐसे में रॉयल्स उनके खिलाफ क्या योजनाएं इस्तेमाल कर सकता है?
हालांकि, मौजूदा सीजन में मिलर ने अच्छी गेंदों का सम्मान करते हुए खराब गेंदों के आने का इंतजार किया है। लेकिन अश्विन और चहल के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बराबर नहीं है, जहां अश्विन ने उन्हें 73 गेंदों में तीन बार केवल 85 रन देकर आउट किया है वहीं चहल ने भी उन्हें 30 गेंदों में 52 रन देकर तीन बार आउट किया है।
उधर, अंतिम ओवरों में राहुल तेवतिया और रशीद खान ने अहम मुकाबलो पर टीम के लिए मैच निकालकर दिए है। तेवतिया ने 15 मैचों में 31.00 की औसत और 147.62 के स्ट्राइक-रेट से 217 वहीं राशिद ने 15 मैचों में 22.75 की औसत और 206.82 के स्ट्राइक-रेट से 91 रन बनाए है।