अंडरडॉग सनराइजर्स हैदराबाद ने सबको चौंकाया, दोनों नई टीमें भी प्लेऑफ में पहुंचने की दावेदार
आईपीएल 2022 अंडरडॉग सनराइजर्स हैदराबाद ने सबको चौंकाया, दोनों नई टीमें भी प्लेऑफ में पहुंचने की दावेदार
- नहीं चले महंगे स्टार्स
- युवा खिलाड़ियों ने बिखेरी चमक
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मनुज भारद्वाज। दरअसल, आईपीएल 2022 कई मायनों में अलग रहा, जिसकी शुरुआत दो नई टीमों (गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपरजायंट्स) के जुड़ने से हुई, उसके बाद मेगा ऑक्शन जिस दौरान कुछ टीमों ने अपनी कोर गंवा दी तो वहीं कुछ ने अपनी टीम बहुत अच्छे से कंस्ट्रक्ट की। 2008 के बाद से इसे एक फ्रेश स्टार्ट भी कहा जा सकता है क्योंकि 10 में से 6 टीमों ने नए कप्तान नियुक्त किए हैं।
कागजी कार्रवाई खत्म होने के बाद आखिरकार 26 मार्च को मैदान पर एक्शन शुरू हुआ, जहां पहले मैच में पिछले साल की उपविजेता (कोलकाता नाइट राइडर्स ) ने विजेता (चेन्नई सुपर किंग्स) को मात दी। इसके बाद टूर्नामेंट आगे बढ़ा और मिड-सीजन तक फैंस को बहुत कुछ नया अनुभव करने को मिला। तो आइये एक नजर डालते है मिड-सीजन तक के टीम और व्यक्तिगत खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर -
इतिहास की दो सफलतम टीम मिड-सीजन तक ही फुस्स
पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस और चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स शायद टूर्नामेंट के नए शेड्यूल को अपना नहीं पाई इसलिए दोनों टीमें निराशाजनक प्रदर्शन कर मिड-सीजन तक की टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो गयी। धोनी की टीम 15 सीजन में दूसरी बार प्लेऑफ नहीं खेल पाएगी। इससे पहले उनका सबसे खराब प्रदर्शन 2020 में आया था, जब उन्हें पॉइंट्स टेबल में 8 टीमों के बीच 7वें नंबर पर फिनिश किया था।
सवाल उठाया जा रहा है कि क्या धोनी ने जल्दबाजी में टीम की कप्तानी रविंद्र जडेजा को सौंपने का फैसला तो नहीं लिया है? हालांकि, माही अभी भी मैदान पर जडेजा को असिस्ट करते हुए नजर आते हैं लेकिन कप्तानी मिलने के बाद से रविंद्र जडेजा के व्यक्तिगत प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है, वह गेंद और बल्ले दोनों से अभी तक प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए है और हद तो तब हो गयी जब उन्होंने मुंबई के खिलाफ दो कैच तक छोड़ दिए।
उधर, मुंबई इंडियंस को 8 मैचों के बाद भी मौजूदा सीजन में पहली जीत की तलाश है। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी टीम ने शुरुआती 8 मैच लगातार गंवाए। आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान रोहित शर्मा, मेंटर सचिन तेंदुलकर, कोच महेला जयवर्धने और डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट जहीर खान जैसे दिग्गजों के साथ मिलकर अभी तक टीम के लिए परफेक्ट कॉम्बिनेशन नहीं ढूंढ पाए हैं।
टीम के अनुभवी खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा, कप्तान रोहित शर्मा, ईशान किशन, कीरोन पोलार्ड और अभी जसप्रीत बुमराह अभी तक जिम्मेदाराना प्रदर्शन नहीं कर पाए है। टीम के लिए युवा तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने ही सिर्फ कंसिस्टेंसी दिखाई है।
नहीं चले महंगे स्टार्स, युवा खिलाड़ियों ने बिखेरी चमक
आईपीएल के टैगलाइन को युवाओं ने इस सीजन भी सार्थक कर दिया - Where Talent Meets Opportunity : यह वास्तव में वही मंच है जहां युवा खिलाड़ियों के सपनों को उड़ान मिलती है लेकिन इस बार पिछले सीजन्स के मुकाबले ज्यादा युवा उभरकर सामने आए वहीं अनुभवी खिलाड़ी अभी तक ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जिससे अपनी प्राइस मनी को सार्थक साबित कर सकें।
आईपीएल के दो सबसे बड़े स्टार रोहित शर्मा और विराट कोहली, जिन्होंने टूर्नामेंट में क्रमशः 5,764 और 6,411 रन बनाए हैं, लेकिन इस बार उनका बल्ला फ्लॉप रहा। हिटमैन को मुंबई ने 16 वहीं किंग कोहली को बेंगलुरु ने 17 करोड़ में रिटेन किया था। रोहित ने मौजूदा टूर्नामेंट में 8 मैचों में 19.13 के औसत और 126.45 के स्ट्राइक से मात्र 153 रन बनाए है तो विराट का और भी बुरा हाल है, जिन्होंने 9 मैचों में 16.00 की औसत और 119.63 के स्ट्राइक-रेट 128 रन बनाए हैं।
उधर बाकी टीमों की बात करें तो चेन्नई के लिए मोईन अली (8 करोड़), आरसीबी के लिए मोहम्मद सिराज (7 करोड़) और विराट कोहली, मुंबई इंडियंस के लिए रोहित और कीरोन पोलार्ड (6 करोड़) और दिल्ली कैपिटल्स के लिए अक्षर पटेल (9 करोड़) अभी तक तक उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। हैदराबाद के अब्दुल समद (4 करोड़), राजस्थान रॉयल्स के यशस्वी जायसवाल (4 करोड़) और दिल्ली के एनरिक नॉर्खिया (6.5 करोड़) को तो टीम में जगह भी नसीब नहीं हो रही है।
बात करें युवा खिलाड़ियों की तो आयुष बदोनी, तिलक वर्मा, डेवाल्ड ब्रेविस, जितेश शर्मा, कुलदीप सेन लाजवाब प्रदर्शन कर रहे हैं। नाम नोट कर लीजिये, आप बहुत जल्द इन नामों को बड़े लेवल पर सुनने वाले है। आयुष बदोनी और तिलक वर्मा ने लगभग हर मैच में अपनी टीम के लिए जरुरत पड़ने पर परफॉर्म किया है।
तिलक वर्मा को मुंबई ने 1.70 करोड़ में अपने साथ जोड़ा था, जिन्होंने अभी तक 8 मैचों में 45.33 की औसत और 140.21 के स्ट्राइक रेट से 272 रन बनाए है वहीं 20 लाख में लखनऊ द्वारा खरीदे गए बदोनी ने अभी तक खेले गए 8 मैचों में 26.80 की औसत और 139.58 के स्ट्राइक रेट से 134 रन बनाए है।
आठ टीमों के बीच प्लेऑफ में पहुंचने की जंग
जैसे ही आईपीएल 2022 ने अपने दूसरे चरण में प्रवेश किया है वैसे ही टीमों ने अब प्लेऑफ में जगह बनाने के मशक्कत शुरू कर दी है।
मिड-सीजन तक पॉइंट्स टेबल इस प्रकार था -
देख सकते हैं, राजस्थान रॉयल्स, गुजरात टाइटन्स, सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपरजायंट्स क्रमशः पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर है। लेकिन वर्तमान परिदृश्य में ये टेबल कभी भी करवट बदल सकता है। टेबल में फिलहाल हैदराबाद, लखनऊ और बेंगलुरु के पॉइंट्स बराबर हैं (10 पॉइंट्स), अगर फर्क है तो बस नेट-रन रेट का, जो हार या जीत के अंतर को दर्शाता है।
उधर, 7वें, 8वें और 9वें नंबर पर मौजूद क्रमशः पंजाब किंग्स (8 पॉइंट्स), कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स (8 पॉइंट्स) भी अभी टूर्नामेंट में बने हुए है लेकिन तीनों टीमों को जल्द से जल्द जीत की पटरी पर लौटना होगा क्योंकि राजस्थान और गुजरात अपने अगले 4 मैचो में जीत हासिल कर लेते है तो वह प्लेऑफ के दो स्थानों पर कब्जा जमा लेंगे।
बाकी, टीमों को केन विलियमसन की सनराइजर्स हैदराबाद से भी सचेत रहने की जरुरत है क्योंकि टीम ने बहुत ही साइलेंट तरीके से टूर्नामेंट में वापसी की। पिछले सीजन में 14 मैचों में सिर्फ 3 जीत हासिल करने वाली हैदराबाद, मौजूदा सीजन में शुरुआती दो मुकाबले गंवाकर अंडरडॉग की केटेगरी में आ गई थी लेकिन केन की टीम ने पिछले 5 लगातार मुकाबले जीतकर लीग में दमदार वापसी के साथ-साथ प्लेऑफ के लिए अपनी दावेदारी भी ठोकी।