एक बार फिर गरजा पृथ्वी शॉ का बल्ला, रणजी ट्रॉफी में खेली रिकॉर्ड तोड़ पारी
द पृथ्वी शो एक बार फिर गरजा पृथ्वी शॉ का बल्ला, रणजी ट्रॉफी में खेली रिकॉर्ड तोड़ पारी
- पृथ्वी शॉ ने इस पारी में महज 383 गेंदों में 49 चौके और 4 छक्कों की मदद से 379 रन ठोक दिए
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपने करियर की शुरुआत में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदूलकर के उत्तराधिकारी माने जाने वाले पृथ्वी शॉ बीते कई महीनों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन पृथ्वी अपने शानदार प्रदर्शन से अक्सर भारतीय टीम के लिए दावेदारी पेश करते रहते हैं। लेकिन इस बार पृथ्वी ने एक ऐसी धमाकेदार पारी खेली है जिससे उन्होंने सेलेक्शन के दरवाजे को खोला नहीं है बल्कि उसे तोड़ दिया है। रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ मुकाबले में 379 रनों की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेल कई दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है।
पृथ्वी ने खेली रिकॉर्ड तोड़ पारी
पृथ्वी शॉ ने इस पारी में महज 383 गेंदों में 49 चौके और 4 छक्कों की मदद से 379 रन ठोक दिए। पृथ्वी ने इस धमाकेधार पारी के साथ कई दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने 379 रनों की पारी खेल संजय मांजरेकर की 377 रनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके अलावा उन्होंने विजय मर्चेंट के 359 रन, वीवीएस लक्ष्मण के 353 रन और चेतेश्वर पुजारा के 352 रनों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
पृथ्वी ने इस पारी से ना सिर्फ कई दिग्गजों के रिकॉर्ड्स को तोड़ा बल्कि एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया। रणजी ट्रॉफी तीहरा शतक लगाते ही पृथ्वी पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और रणजी ट्रॉफी में तीहरा शतक जड़ा है।
इसके साथ ही उनकी यह पारी रणजी ट्रॉफी में दूसरी सबसे बड़ी पारी है। जबकि 443 रनों के साथ भाऊसाहेब निंबालकर पहले नंबर पर बने हुए हैं। उन्होंने यह मेराथन पारी साल 1948-49 में मुंबई की ओर से खेलते हुए काठीवाड़ के खिलाफ खेली थी।
शानदार रहा है इंटरनेशनल करियर
पृथ्वी भले ही भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन उन्होंने जितने भी इंटनेशनल मैच खेले हैं उसमें उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने भारत के लिए अब तक खेले 5 टेस्ट मैचों में 339 रन और 6 वनडे मैचों में 189 रन बनाए हैं। जबकि अपने टी-20 डेब्यू में शॉ गोल्डन डक पर आउट हो गए थे।