अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों की पहचान बदलने का दम रखता है भारत-पाक मैच, इन खिलाड़ियों की बदल चुकी है तकदीर
कपिल देव से जानिए भारत-पाक मैच क्यों जरूरी? अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों की पहचान बदलने का दम रखता है भारत-पाक मैच, इन खिलाड़ियों की बदल चुकी है तकदीर
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत, सिर्फ हिंदुस्तान और पाकिस्तान की आवाम ही नहीं बल्कि विश्व भर के क्रिकेट प्रशंसक इस मैच में नजर बनाए रखते हैं। क्रिकेट ही नहीं बल्कि सभी खेलों में सबसे बड़े फिक्सचर्स में से ये एक हैं। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के खराब राजनैतिक संबंधो के कारण कई बार भारत-पाकिस्तान क्रिकेट पर गाज गिरी हैं। अभी भी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट (बाइलेटरल सीरीज) बिलकुल बंद हैं। दर्शकों को इस मैच का रोमांच सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स के दौरान ही देखने को मिलता हैं।
और जो लोग इन मैचों का हिस्सा रहे हैं, उनसे बेहतर इसकी अहमियत को कौन बता सकता है। महान ऑलराउंडर कपिल देव ने टी 20 विश्व कप में आगामी मैच से पहले कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के महत्व पर प्रकाश डाला हैं।
एबीपी न्यूज से बात करते हुए कपिल देव ने भारत-पाक मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने की सफलता को साझा किया। अभी दोनों टीमें द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलती हैं, इसलिए आईसीसी टूर्नामेंट में उनकी भिड़ंत और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, खासकर फैंस के लिए।
खिलाड़ियों पर इस बड़े मैच के दवाब को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने कहा, "यह सब दबाव और खुशी पर निर्भर करता है। यदि आप खेल का आनंद ले तो आप निश्चित ही अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यदि आप बहुत अधिक दबाव लेते हैं, तो आप मनमुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। मैच जीतने की संभावना उस टीम के लिए बढ़ जाती है जो मजे के साथ आगे बढ़ती हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अगर एक युवा खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसे पहचान मिल सकती है।
कपिल देव ने समझाया कि, "खिलाड़ियों को भारत-पाक मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने से पहचान मिलती है। अगर कोई युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसे वैश्विक पहचान मिलती है। वहीं, अगर कोई सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो इससे उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है।" .
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में भारत अपने अभियान की शुरुआत 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा। वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ अभी भी पहली जीत की तलाश है।
भारत-पाक मैच के दौरान युवाओं का प्रदर्शन जिसने खींचा क्रिकेटप्रेमियों का ध्यान
1. फखर जमान - अगर हाल ही में किसी युवा बल्लेबाज को एक ही पारी से पहचान मिली हैं तो वो हैं पाकिस्तान के फखर जमान। 2107 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उनके द्वारा खेली गई 114 रन की शतकीय पारी ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रातों-रात स्टार बना दिया था।
2 . विराट कोहली - 2012 के एशिया कप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली ने 183 रन रन की पारी खेली थी, इस पारी को तीन प्रारूपों में भारतीय बल्लेबाज की सबसे बड़ी पारियों में से एक माना जाता हैं।
ढाका में 330 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली ने महज 148 गेंदों में 22 चौकों और एक छक्के की मदद से 183 रन बनाकर भारत को छह विकेट से जीत दिलाई। यह उस समय भारत का सर्वोच्च सफल रन-चेज का रिकॉर्ड था, जो आज भी बरकरार हैं।
3 महेंद्र सिंह धोनी- विशाखापत्तनम के डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम पर खेले गए इस मैच में तेजतर्रार धोनी ने अपनी पारी में 15 चौके और 4 छक्के की मदद से 123 गेंदों में 148 रन की पारी खेली थी।
लगातार विफल हो रहे धोनी को मैच में कप्तान सौरव गांगुली ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा था, उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी कौन हैं ये आप बखूबी जानते हैं।
4 . गौतम गंभीर- पहले टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान खेली गई वो 75 रन की शानदार पारी को कौन भुला सकता हैं। इस पारी की बदौलत ही भारत ने पाकिस्तान के सामने 157 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। जिससे हासिल करने में पाकिस्तान नाकाम रही थी और भारत 5 रन से जीत दर्ज कर पहला आईसीसी टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बना था।
5. इरफान पठान- बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज हैं। यह हैट्रिक कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आया तो अपने आप में ये और भी ज्यादा खास हैं।
यह उस सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच था, जहां इरफान ने सलमान बट, यूनिस खान और मोहम्मद युसूफ को आउट कर हैट्रिक पूरी की थी।