चार टीमें, चार मैच, कौन होगा विजेता?

आईपीएल 2022 प्लेऑफ चार टीमें, चार मैच, कौन होगा विजेता?

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-23 11:47 GMT
चार टीमें, चार मैच, कौन होगा विजेता?
हाईलाइट
  • 24 मई - गुजरात टाइटन्स बनाम राजस्थान रॉयल्स (क्वालीफायर-1)
  • 25 मई - लखनऊ सुपर जायंट्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (एलिमिनेटर)

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आईपीएल 2022 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है, 29 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर हमें मौजूदा सीजन का विजेता मिल जाएगा। इस टाइटल के लिए गुजरात टाइटन्स, राजस्थान रॉयल्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर प्लेऑफ में जद्दोजेहद करते हुए नजर आने वाले है। 

प्लेऑफ के क्वालीफायर-1 में जहां 24 मई को गुजरात टाइटन्स और राजस्थान रॉयल्स आमने-सामने होंगे वहीं 25 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच एलिमिनेटर खेला जाएगा। इसके बाद 27 मई को फाइनल में स्थान पक्का करने के लिए क्वालीफायर-2 यानि कि क्वालीफायर-1 की हारने वाली टीम और एलिमिनेटर की विजेता टीम के बीच खेला जाएगा। 

और अंत में 29 मई को क्वालीफायर-1 और क्वालीफायर-2 के विजेता के बीच आईपीएल 2020 का फाइनल मैच खेला जाएगा। 

कितनी होगी इनामी राशि?

इंडियन प्रीमियर लीग इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली स्पोर्ट्स लीग में से एक है। क्रिकेट एक ऐसा खेल होने के बावजूद जिसे दुनिया के कुछ ही देश पसंद करते हैं, आईपीएल पिछले कुछ वर्षों में प्रमुख खेल लीगों में शुमार हो गया है, क्योंकि इसे हर साल दर्शकों की संख्या बहुत अधिक मिलती है। 

इन चार दावेदारों में किसके है ज्यादा चांसेस और क्या हो सकती है रणनीति, आइये जानते है विस्तार से - 

1. गुजरात टाइटन्स 

आईपीएल 2022 में अपना डेब्यू करने वाली गुजरात टाइटन्स ने अपने पहले ही सीजन में कप्तान हार्दिक पंड्या की अगुवाई में शानदार खेल दिखाया है। टीम ने 14 मैचों में से 10 में जीत और 20 अंको के साथ लीग स्टेज को पॉइंट्स टेबल में शीर्ष पर रहते हुए समाप्त किया है। 

गुजरात की खासियत यही है कि इनके पास हार्ड-हिटर्स की फौज है, जो कहीं से भी मैच निकालने का दमखम रखते है। पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ लास्ट बॉल फिनिश कौन भूल सकता है। 

हार्दिक की टीम का गेंदबाजी पक्ष - लॉकी फर्ग्यूसन, मोहम्मद शमी, राशिद खान के साथ-साथ अल्जारी जोसफ और यश दयाल जैसे तेज गेंदबाजों की मौजूदगी के कारण काफी मजबूत है।   

लेकिन नंबर-1 पर होने के बावजूद, टीम के लिए कप्तान हार्दिक पंड्या और रिद्धिमान साहा के अलावा कोई भी बल्लेबाज अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं बरकरार रख पाया है। प्रोमिसिंग सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने या तो बड़ी पारियां खेली या फिर वह दहाई का आंकड़ा छूने के लिए भो संघर्ष करते हुए नजर आए है। रिद्धिमान साहा के आने से गुजरात का बल्लेबाजी पक्ष काफी मजबूत हुआ है। 

टीम अभी तक नंबर-3 पोजीशन के लिए स्थायी बल्लेबाज नहीं ढूंढ पाई है। हालांकि, कप्तान हार्दिक पंड्या ने नंबर-3 पर आकर अच्छी पारियां खेली है। टाइटन्स को अगर टाइटल अपने नाम करना है तो इस बारे में सोचना होगा 

गुजरात की सफलता का राज अभी तक एक अच्छी व्यक्तिगत पारी पर टिका हुआ है। राहुल तेवतिया नहीं तो, राशिद, राशिद नहीं तो, मिलर कोई- ना- कोई बल्लेबाज एक तरफ से अटैकिंग बल्लेबाजी कर टीम की नैया पार करता आया है। लेकिन टीम की पोल तब खुल गई जब भी पहले बल्लेबाजी करने उतरी क्योंकि गुजरात की चार में से तीन हार पहले बल्लेबाजी करते हुए आई है। 

2. राजस्थान रॉयल्स 

आईपीएल इतिहास के पहले विजेता जाहिरतौर पर अपने पहले कप्तान शेन वार्न को इस साल इस टाइटल को अपने नाम कर सबसे अच्छी श्रद्धांजली देना चाहेंगे। टीम के पहले रॉयल वार्न का 4 मार्च 2022 को थाईलैंड में निधन हो गया था। 

राजस्थान ने मौजूदा टूर्नामेंट में अपने कप्तान संजू सैमसन की अगुवाई में 14 मैच खेले, जहां 9 में जीत और 18 अंको के साथ पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर रहते हुए समाप्त किया। 

कॉम्बिनेशन के लिहाज से टूर्नामेंट में सबसे संतुलित टीम राजस्थान की है - यशस्वी जायसवाल और जोस बटलर के रूप में सलामी बल्लेबाज, नंबर - 3, 4, 5 पर क्रमशः संजू सैमसन, देवदत्त पडिक्कल और (शिमरोन हेटमायर/रियान पराग/ रविचंद्रन आश्विन)। सीजन में सबसे ज्यादा विकेट के लिए मिलने वाली पर्पल कैप युजवेंद्र चहल वहीं सबसे ज्यादा रन के लिए मिलने वाली ऑरेंज कैप जोस बटलर के पास है। 

टीम के लिए सबसे बड़ा एसेट रहे रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली। उन्होंने नं - 3 से लेकर नं - 3 तक बल्लेबाजी की है। 

लेकिन टीम के लिए युवा यशस्वी जायसवाल ने सही समय पर फॉर्म पकड़ी है। 

3. लखनऊ सुपर जायंट्स

आईपीएल में डेब्यू करने वाली दूसरी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स ने भी मौजूदा टूर्नामेंट में बाकमाल प्रदर्शन किया है और उन्होंने 14 मैचों में से 9 जीत और 18 अंको के साथ पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर रहते हुए लीग स्टेज को समाप्त किया है। कप्तान केएल राहुल ने अपनी टीम को आगे से लीड किया है, जहां वह सबसे ज्यादा रन की सूची में दूसरे स्थान पर है और उनके जोड़ीदार क्विंटिन डी कॉक तीसरे। 

हालांकि, बैटिंग लाइन-उप में लखनऊ की सबसे बड़ी कमजोरी भी यहीं रही है कि टीम के लिए शीर्षक्रम के तीन बल्लेबाजों को छोड़कर किसी और खिलाड़ी ने अच्छा योगदान नहीं दिया है। टीम के नंबर 4 से लेकर 6 तक के बल्लेबाज निरंतर फ्लॉप रहे है, जबकि टीम के पास जेसन होल्डर, मार्कस स्टोइनिस जैसे विश्वस्तरीय ऑलराउंडर्स है। 

शुरुआत में तो टीम को नंबर-3 पोजीशन के लिए बल्लेबाज मिल ही नहीं रहा था, लेकिन टीम को मौजूदा टूर्नामेंट में मुश्किलों से उभारने वाले दीपक हुड्डा को यह जिम्मेदारी दी गई और उन्होंने इस पोजीशन पर खेलकर भी अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी। 

लेकिन जैसे ही उन्होंने यहां आकर खेलना शुरू किया, अब नंबर-4 की पोजीशन मैनेजमेंट के लिए सिरदर्द बन गई है। एक बात तो तय है अगर यह ट्रॉफी इस साल लखनऊ जाती है तो राहुल, डी कॉक और हुड्डा की जगह बाकी खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। 

उधर, अगर गेंदबाजी की बात करे तो टीम के लिए मोहसिन खान, आवेश खान और दुष्मंता चमीरा ने अहम मौकों पर ब्रेक-थ्रू दिलाए है वहीं रवि बिश्नोई और क्रुणाल ने अपनी फिरकी में बल्लेबाजों को फंसाया है, जबकि जेसन होल्डर और मार्कस स्टोइनिस को जब-जब कप्तान ने बॉल थमाई तब-तब उन्होंने टीम के लिए जॉब पूरी की है। 

हालांकि, लखनऊ का गेंदबाजी पक्ष काफी मजबूत है बस उनकी हार-जीत के बीच बल्लेबाजी आ सकती है। 

4. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 

मौजूदा सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्लेऑफ तक का सफर काफी उलझा हुआ रहा है, 14 मैचों में से 8 में जीत और 16 अंको के साथ पॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर समाप्त करने वाली आरसीबी को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए नसीब के भरोसे रहना पड़ा था, शुक्र है मुंबई इंडियंस का, जिन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को मात देकर बैंगलोर के लिए रास्ता साफ कर दिया। 

अगर टीम के प्रदर्शन पर नजर डाले तो बैंगलोर में निरंतरता का भारी कमी रही है। लेकिन टीम के लिए सबसे अच्छी खबर यही है कि उसके तीन स्टार खिलाड़ी सही समय पर फॉर्म में आए है। शुरुआती मैचों में खराब फॉर्म से जूझ रहे विराट कोहली ने आखिरी मैच में 73 रन की अर्धशतकीय पारी खेली वहीं कप्तान फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल ने भी 44 और 40 रन की पारी खेलकर फॉर्म में वापस आने के संकेत दिए है। 


 

उधर, निचले मध्यक्रम में दिनेश कार्तिक और शाहबाज अहमद ने कई बार अपनी टीम को संकट से निकाला लेकिन पिछले कुछ मैचों में उनका बल्ला कुछ कमाल नहीं दिखा पाया है। 

आरसीबी की गेंदबाजी की बात करे तो वनिंदू हसारंगा ने विपक्षी टीम को अहम मौकों पर बड़े झटके दिए है और वह पर्पल कैप की रेस में भी दूसरे स्थान पर है। जोश हेजलवुड ने भी पॉवरप्ले के साथ-साथ डेथ ओवर्स में विकेट लेने के साथ-साथ किफायती गेंदबाजी की है। हालांकि, मोहम्मद सिराज और पिछले सीजन के पर्पल कैप विनर हर्षल पटेल की फॉर्म मौजूदा सीजन में काफी चिंताजनक रही है। 

एक बात तो तय है अगर आरसीबी को अपने 14 साल के खिताबी सूखे को खत्म करना है तो किंग कोहली, मैक्सवेल और डु प्लेसिस का परफॉर्म करना बहुत जरुरी है। 
 

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