ब्रायन लारा की अचानक तबियत बिगड़ी, मुंबई के एक अस्पताल में हुए भर्ती
ब्रायन लारा की अचानक तबियत बिगड़ी, मुंबई के एक अस्पताल में हुए भर्ती
- बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है
- लारा मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के कमेंटेटरों में शामिल हैं
- विश्व के महानतम बल्लेबाजों में शामिल ब्रायन लारा की तबियत अचानक बिगड़ गई है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विश्व के महानतम बल्लेबाजों में शामिल ब्रायन लारा की तबियत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें बेचैनी की शिकायत के बाद मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि अस्पताल की तरफ से अभी तक उनकी तबियत को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लारा मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में एक चैनल के लिए विश्लेषक की भूमिका निभाने के लिए इन दिनों भारत में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 50 वर्षीय लारा एक होटल में किसी इवेंट में शामिल होने पहुंचे थे जब उन्होंने बेचैनी की शिकायत की। रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मुंबई परेल के ग्लोबल अस्पताल में लारा को लाने के तुरंत बाद मेडिकल जांच शुरू हुई। अस्पताल में डॉक्टरों ने लारा की एंजियोग्राफी की, लेकिन एंजियोप्लास्टी के लिए नहीं गए क्योंकि उन्हें एंजियोग्राफी की रिपोर्ट में कोई खतरा नहीं दिखा। अस्पताल के अधिकारी जल्द ही उनकी हालत पर एक बयान जारी कर सकते हैं।
लारा की तबियत को लेकर कई तरह की अटकले शुरू हो गई है एक सूत्र ने कहा कि, "दो साल पहले उसकी एंजियोप्लास्टी हुई थी और आज वह नियमित जांच के लिए गया थे क्योंकि हमेशा हृदय में दर्द का खतरा रहता है। वह ठीक है और उन्हें जल्द ही छुट्टी मिल जाएगी।" सूत्रों की माने तो इन दिनों लारा ने कमर्शियल्स की शूटिंग से भी ब्रेक ले रखा है।
लारा मौजूदा विश्व कप के आधिकारिक प्रसारणकर्ता के लिए विश्लेषक की भूमिका निभाने के लिए इन दिनों भारत में हैं। लारा ने 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। उन्होंने 131 टेस्ट मैचों में 11953 रन बनाए हैं। वनडे में, लारा ने 299 मैचों में 10405 रन बनाए। वह पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट पारी में 400 रन बनाए हैं। लारा को एक युग के सबसे विस्मयकारी बल्लेबाजों में से एक माना जाता है।
लारा के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड भी है, जो 1994 में एजबेस्टन में डरहम के खिलाफ वार्विकशायर के लिए 501 नॉटआउट था। अपनी शानदार बल्लेबाजी शैली के लिए उन्हें "द प्रिंस" का उपनाम दिया गया।