बयान: गांगुली ने कहा, इस दौर में खेल रहा होता तो टी-20 की जरूरतों के हिसाब से अपने खेल में बदलाव करना पसंद करता
बयान: गांगुली ने कहा, इस दौर में खेल रहा होता तो टी-20 की जरूरतों के हिसाब से अपने खेल में बदलाव करना पसंद करता
- गांगुली ने कहा
- मौजूदा दौर में खेल रहा होता तो टी-20 की जरूरतों के हिसाब से अपने खेल में बदलाव करता
- गांगुली ने भारतीय टीम के लिए एक भी टी-20 मैच नहीं खेला है
- लेकिन उन्होंने 59 IPL मैच खेले हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और BCCI के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने टी-20 क्रिकेट को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, अगर वह इस दौर में खेल रहे होते, तो टी-20 की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने खेल में बदलाव करना पसंद करते। गांगुली ने भारतीय टीम के लिए एक भी टी-20 मैच नहीं खेला है, लेकिन उन्होंने 59 IPL मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि टी-20 बहुत महत्वपूर्ण है।
गांगुली टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ सोशल मीडिया पर बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे एक फैन ने पूछा कि, दादा अगर आप इस युग में पैदा हुए होते, तो क्या आप अपने ऑल-राउंड कौशल के साथ टी-20 पावर प्लेयर के रूप में खुद को फिर से मजबूत कर लेते या आप वनडे और टेस्ट क्रिकेट की तरह ही खेलते?
मुझे लगता है कि मैंने टी-20 का लुत्फ उठाया था
गांगुली ने इसका जवाब देते हुए कहा, नहीं, टी 20 बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने खुद के खेल में इसके लिए बदलाव किया होता। यहां तक कि मैंने पहले पांच साल तक IPL खेला है। उन्होंने कहा, आप जानते हैं कि यह आपको खुलकर खेलने की आजादी देता है। मुझे लगता है कि मैंने टी-20 का लुत्फ उठाया था।
नेटवेस्ट सीरीज जीत के बाद टीम जोश में आ गई थी
गांगुली ने 2002 में नेटवेस्ट सीरीज में ऐतिहिासिक जीत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि उस जीत के बाद टीम जोश में आ गई थी। पूर्व कप्तान ने कहा, वो शानदार पल था। हम आपे से बाहर हो गए थे, लेकिन यही खेल है। जब आप इस तरह के मैच जीतते हो, तो आप ज्यादा जश्न मनाते हो। वह महान मैचों में से एक है, जिसका मैं हिस्सा रहा।