वनडे वर्ल्ड कप 2023: क्रिकेट के महाकुंभ से मालामाल होगी आईसीसी, सिर्फ स्पॉन्सरशिप से होगी 150 मिलियन डॉलर की मोटी कमाई!

  • कल से हो रही है वनडे वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत
  • पहली बार पूरे टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है भारत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-04 14:22 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत की मेजबानी में हो रहे आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत 5 अक्टूबर यानि कल से होने जा रहा है, जिसमें कुल 10 टीमें हिस्सा लेंगी। पहली बार भारत मेगा टूर्नामेंट की मेजबानी अकेले करने जा रहा है। अन्य देशों की तुलना में क्रिकेट सबसे ज्यादा भारत में लोकप्रिय है। खासतौर पर वर्ल्ड कप को लेकर भारतीय क्रिकेट फैंस में एक अलग लेवल का क्रेज रहता है। फैंस के अलावा क्रिकेट का सीजन ब्रांड्स और बड़ी कंपनियों के लिए भी किसी सेलिब्रेशन से कम नहीं होता क्योंकि, यह स्पॉन्सरशिप और पार्टनरशिप्स के बड़े मौके लाता है। यह मौका इसीलिए खास होता है क्योंकि इस समय अलग-अलग कैटेगरी के ऑडियंस को स्टेडियम और ऑन-स्क्रीन दोनों ही मीडियम के जरिए टारगेट किया जाता है।

एक्सपर्ट्स वर्ल्ड कप में स्पॉन्सरशिप के जरिए होने वाली कमाई का अंदाजा लगा रहे हैं। 5 अक्टूबर से शुरू होने वाला यह टूर्नामेंट छह सप्ताह तक चलेगा। जानकारों के मुताबिक, इस वर्ल्ड कप के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) स्पॉन्सरशिप और पार्टनर्शिप्स के जरिए लगभग 120 से 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कमाई कर सकता है।

इस बार वर्ल्ड कप के लिए आईसीसी को कुल 20 स्पॉन्सर्स और पार्टनर्स मिले हैं। इसमें छह ग्लोबल पार्टनर्स हैं, जो स्पॉन्सरशिप के लिए 8 से 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेंगे। इन छह ग्लोबल पार्टनर्स में एमआरएफ टायर्स, बुकिंग डॉट कॉम, इंडसइंड बैंक, मास्टरकार्ड, अरामको और अमीरात शामिल हैं।

बायजू और भारत पे के एक्जिट के बाद इंडसइंड बैंक और मास्टरकार्ड ने ग्लोबल पार्टनर्स के तौर पर इनकी जगह ली है। आर्थिक चिंताओं के चलते बायजू और भारत पे ने आईसीसी स्पॉन्सरशिप से अपने कदम पीछे कर लिए हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो बीरा 91, थम्स अप, पॉलीकैब, अपस्टॉक्स, निसान, नियूम, ओप्पो सहित डी पी वर्ल्ड के साथ भी पार्टनरशिप डील साइन हुई है। ये आठ कम्पनियां आईसीसी को 6 से 8 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेंगी।

इसके अलावा कैटेगरी पार्टनर्स भी हैं जो लगभग 3 से 4 मिलियन डॉलर के बीच का अमाउंट आईसीसी को देंगे। इसमें रॉयल स्टैग, ड्रीम 11, जैकोब्स क्रीक, नियर फाउंडेशन, फैन क्रेज और टाइका जैसी कंपनियों का नाम शामिल है। दिसंबर 2022 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष के लिए आईसीसी ने कुल 432 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नेट रेवेन्यू दर्ज किया था। वहीं नेट सरप्लस की बात करें तो यह करीब 208 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा था।

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