लोकार्पण समारोह: शरद पवार ने किसानों के लिए क्या किया? अजित पवार के सामने पीएम मोदी ने साधा पवार पर निशाना
साई दर्शन के बाद पीएम मोदी के हाथों विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण
मोबीन खान , शिर्डी। महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता कई वर्षों तक केंद्र सरकार में कृषिमंत्री पद पर रहे, लेकिन उन्होंने यहां के किसानों के लिए क्या किया? किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति की ऐसे शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजित पवार के सामने बिना नाम लिए शरद पवार की आलोचना कर उन पर निशाना साधा|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार दोपहर शिर्डी में साई बाबा समाधि के दर्शन कर आशीर्वाद लिए। इस मौके पर साईबाबा संस्थान की ओर से पीएम मोदी का स्वागत और सम्मान किया गया| दर्शन के बाद कार्यक्रम स्थल से साई संस्थान की नई दर्शन कतार और निलवंडे बांध पर जलपूजन सहित विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और उद्घाटन गुरुवार को देश के पीएम मोदी के हाथों किया गया। उसके बाद आयोजित किसान सभा में किसानों को संबोधित करते हुए मोदी बोल रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार, केंद्रीय राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे, भागवत कराड राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, सांसद सुजय विखे पाटील सहित अन्य गणमान्य मंच पर उपस्थित थे|
इस मौके पर मोदी ने कहा कि, शरद पवार ने अपने सात साल के कार्यकाल में देशभर के किसानों से सिर्फ साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की एमएसपी पर अनाज खरीदा। हमारी सरकार ने सात सालो में किसानों को एमएसपी के रूप में साढ़े तेरह लाख करोड़ रुपये दिये हैं। मोदी ने इस संख्या को ध्यान में रखने की भी लोगो को याद दिलाई. 2014 से पहले किसानों की केवल 500 से 600 करोड़ रुपये की दलहन और तिलहन उत्पाद एमएसपी पर खरीदे जाते थे लेकिन हमारी सरकार ने अब तक किसानों को 1 लाख पंद्रह हजार करोड़ रुपये दिये हैं. जब वह कृषि मंत्री थे तो किसानों को अपने पैसे के लिए दलालों पर निर्भर रहना पड़ता था, किसानों को महीनों तक पैसा नहीं मिलता था, लेकिन हमारी सरकार ने एमएसपी राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजने की योजना बनाई है ऐसा कहते हुए पवार पर निशाना साधा है|
शिंदे-फडणवीस की "इस" मांग को किया नजरअंदाज? : इस समय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस दोनों ने भी पश्चिम से नदियों का पानी पूर्व की ओर मोड़ने की प्रस्तावित परियोजना के लिए केंद्र से मदद चाही। उन्होंने अपने भाषण में केंद्र से मदद मिलने की उम्मीद जताई, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में शिंदे फड़णवीस की इस मांग को नजरअंदाज कर दिया? ऐसी चर्चा उपस्थित लोगों के बीच हुई|