पटवारी चयन परीक्षा में गडबडी के विरोध में छात्रों का फूटा गुस्सा
डिजिटल डेस्क, पन्ना। मध्यप्रदेश कर्मचारी बोर्ड द्वारा आयोजित ग्रुप-२, सब ग्रुप-४ की पटवारी चयन परीक्षा को लेकर सामने आई भारी गडबडी के बाद अभ्यर्थी छात्रों का गुस्सा फूट पडा है। प्रदेश भर के साथ आज पन्ना जिले में भी इसको लेकर नाराज छात्रों द्वारा रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया गया तथा सम्पूर्ण परीक्षा को रद्द करते हुए न्यायिक जांच करवाये जाने मांग की गई। छात्रों द्वारा कहा गया कि कर्मचारी चयन बोर्ड की पटवारी भर्ती परीक्षा के केन्द्र बनाये गये भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा के ग्वालियर स्थित एनआरआई कालेज में परीक्षा में सम्मलित हुए अभ्यर्थियो में से प्रदेश की टापटेन सूची में ०७ अभ्यर्थियो को स्थान प्राप्त हुआ है। साथ ही साथ केन्द्र से कुल १४४ परीक्षार्थियों का आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में चयन हुआ है। परीक्षा परिणामों की घोषणा के बाद सामने आई जानकारी से परीक्षा में हुई ब्यापक पैमाने पर हुए गडबडियों की संभावनाओ के चलते अभ्यर्थी और छात्र-छात्रायें नाराज हो गए है और उनका गुस्सा सडक़ में दिखाई दिया।
शहर में छात्र संघ के बैनर तले छात्रों और युवाओं ने कर्मचारी चयन मण्डल द्वारा आयोजित ग्रुप-२ सब ग्रुप-४ पटवारी चयन परीक्षा में हुई धांधली का आरोप लगाते हुए कर्मचारी चयन मण्डल द्वारा पूर्व आयोजित हुई परीक्षाओ में भी अनियमित्ताओं की आंशकाओं को जताते हुए जमकर सरकार और कर्मचारी चयन बोर्ड के विरोध में नारेबाजी की गई तथा कलेक्ट्रेट कार्यालय पहँुचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा गया। पूरे मामले को लेकर छात्रों का कहना है कि परीक्षा के प्रश्न पत्र इतने कठिन थे कि अन्य परीक्षा केन्द्र के अभ्यर्थी १४० अंक तक नहीं ला पाए वहीं एनआरआई कालेज में बनाए गए परीक्षा केन्द्र में सम्मलित अभ्यर्थियो ने १८८ अंक अर्जित कर लिए। तमाम तरह के स्क्रीन शॉट सामने आ रहे है जिनमें १६० अंक से अधिक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी एनआआई कालेज ग्वालियर के परीक्षा केन्द्र से संबधित है। मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षा में गडबडियां सामने आई थीं जिनमें कृषि विस्तार अधिकारी, शिक्षक भर्ती, आरक्षक भर्ती और हाल में ही पटवारी भर्ती परीक्षा है जिसमें भ्रष्टाचार हुआ है कभी सर्वर डाउन होना, गलत प्रश्न गलत रिजल्ट जारी करना जैसी त्रुटियां कर्मचारी चयन मण्डल करता चला आ रहा है। सरकार ने इस पर पूर्ण ध्यान नहीं दिया है मध्य प्रदेश के लाखों बेरोजागर युवकों के साथ मध्य प्रदेश चयन आयोग खिलवाड कर रहा है।