अधिकारियों की सांठगांठ से नियमों को ठेंगा दिखाते प्राइवेट विद्यालय
डिजिटल डेस्क, मोहन्द्रा नि.प्र.। कस्बा में लगभग डेढ दर्जन से अधिक निजी विद्यालय संचालित है। ज्यादातर विद्यालय शिक्षा विभाग व शासन के नियमों को अनदेखा कर मनमाने ढंग से विद्यालय संचालन कर रहे हैं। इनके द्वारा नाममात्र की सुविधायें बच्चों को दी जाती है जबकि उसके एवज में अभिभावकों से मोटी रकम फीस के रूप में वसूल की जाती है। इनमें से ज्यादातर विद्यालयों के पास स्वयं का भवन नहीं है वह किराए के दो या चार कमरों में संचालित हो रहे हैं न खेल मैदान है और न ही सर्वसुविधायुक्त शौंचालय। कहीं जगह तो आलम यह है कि छोटे-छोटे बच्चों को खुले में निस्तार के लिए जाना होता है।
वहीं बात करें यहां नियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक मापदण्ड की तो उसका स्तर भी ठीक नहीं हैं। ज्यादातर विद्यालयों में शासन के नियमानुसार बीएड-डीएड पात्रताधारी शिक्षक भी उपलब्ध नहीं हैं। अब ऐसे में वह विद्यार्थियों को क्या शिक्षा दे पाते होंगे। शासन व शिक्षा विभाग को चाहिए कि इस प्रकर के विद्यायलों की कडाई से जांच की जानी चाहिए एवं इन्हें नियमों का सख्ती से पालन करवाने हेतु निर्देशित किया जाना चाहिए।